ट्राईसिटी के रूट्स में 2027-28 तक डीजल बसों की जगह ले लेंगी इलैक्ट्रिक बसें

Tuesday, Jun 28, 2022 - 07:57 PM (IST)

चंडीगढ़,(विजय गौड़): यू.टी. के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमैंट की ओर से 2027-28 तक ट्राईसिटी में चलने वाली सभी डीजल बसों को रूट से हटा लिया जाएगा। भारत सरकार के ग्रीन मोबिलिटी इनिशिएटिव प्लान के तहत ट्राईसिटी में डीजल बसों को इलैक्ट्रिक बसों से रिप्लेस किया जाएगा। जिसकी शुरूआत पिछले साल नवंबर में हो गई थी। दरअसल, डिपार्टमैंट ऑफ हैवी इंडस्ट्रीज ने फेम इंडिया योजना के फेज-2 के तहत 80 इलैक्ट्रिक बसों को मंजूरी दी है। इस योजना के तहत डिपार्टमैंट ऑफ हैवी इंडस्ट्रीज, भारत सरकार द्वारा प्रति बस 45 लाख रुपए की अधिकतम सब्सिडी दी जाती है।

 

योजना के अंतर्गत ही पिछले साल 40 बसों की पहली खेप के लिए अशोक लीलैंड के साथ 10 वर्षों के लिए 154.01 करोड़ रुपए का एग्रीमैंट किया गया था। ये बसें पिछले साल नवंबर से विभिन्न रूट्स पर चल रही हैं, जबकि दूसरी खेप के लिए वोल्वो आयशर के साथ इस साल फरवरी में 10 वर्षों के लिए 115.44 करोड़ रुए का एग्रीमैंट किया गया था। चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित ने मंगलवार को दूसरी खेप की एक नई इलैक्ट्रिक बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन बसों का किराया चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट डिपार्टमैंट द्वारा वसूल किया जाएगा। 

 


20 दिनों तक ट्रायल रन पर चलेगी बस
दूसरी खेप के अंतर्गत आने वाली बस को फिलहाल 20 दिनों के ट्रायल रन पर चलाया जाएगा। शुरूआत में परीक्षण के दौरान बस को पी.जी.आई. मार्गों के माध्यम से मलोया से मनीमाजरा को जोडऩे के साथ-साथ आई.एस.बी.टी.-17 और सैक्टर-43 को जोडऩे वाले अन्य मार्गों के साथ संचालित किया जाएगा। बस को अगस्त, 2022 के दूसरे सप्ताह से आम जनता के लिए संचालित किया जाएगा। 20 जुलाई तक दूसरी खेप की बाकी 19 बसें भी पहुंच जाएंगी। इसके बाद शेष 20 बसें अगस्त तक चंडीगढ़ पहुंचेंगी।
 

 

ये होंगे बसों के फीचर्स
- एयर कंडीशनिंग सिस्टम
- हरेक सीट पर मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट
- 31 यात्रियों और 8 स्टैंडी के बैठने की क्षमता
- फ्रंट और रियर में एयर सस्पैंशन
- एमरजैंसी होने पर पैनिक बटन की सुविधा
- पैसेंजर्स इंफॉर्मेशन स्क्रीन
- ऑटोमैटिक लोकेशन (जी.पी.एस.) डिवाइस
- फायर डिटैक्शन

Ajay Chandigarh

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