स्मार्ट बस क्यू शेल्टर पर प्रशासन ने शुरू किया काम

punjabkesari.in Monday, May 25, 2020 - 01:03 PM (IST)

चंडीगढ़ (राजिंद्र शर्मा) :  चंडीगढ़ प्रशासन ने शहर में इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम (आईटीएस) के तहत स्मार्ट बस क्यू शेल्टर पर काम शुरू कर दिया है। इंजीनयर डिपार्टमेंट द्वारा इनकी रेनोवेशन करवाई जाएगी और इसके लिए विभाग ने एजेंसियों से आवेदन मांगें हैं। जिसके बाद इन्हें स्मार्ट बनाने का काम ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट द्वारा पूरा किया जाएगा। पहले चरण में प्रशासन द्वारा 80 के करीब बस क्यू शेल्टर की रेनोवेशन का काम करवाया जा रहा है। 

 

इस संबन्ध में प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि स्मार्ट बस क्यू शेल्टर के लिए उन्होंने प्रोसेस शुरू कर दिया है और इनकी रेनोवेशन के लिए टेंडर जारी कर दिया है। जिसके लिए मंगलवार तक एजेंसियां आवेदन कर सकती हैं और इसी दिन टेक्निकल बिड ओपन की जाएगी।  इस प्रोजेक्ट के तहत बसों के लिए भी कई सुविधाएं प्रदान करनी है। इसमें यात्री इंटरनल बोर्ड में रूट और अगला डेस्टिनेशन देख सकेंगे। 

 

जिस जगह उतरना है उसकी जानकारी भी बोर्ड से मिलेगी। इमरजेंसी अलार्म की सुविधा होगी। बसों की कनेक्टिविटी बस स्टॉप से होगी, जिससे रियल टाइम लोगों को बस को लेकर मिल सकेगा कि कितनी देर में बस स्टॉप पर पहुंचेगी। आईटीएस प्रोजेक्ट का काम प्रशासन पहले ही अलॉट कर चुका है, जिस पर कंपनी में काम शुरू कर दिया है। वर्ष 2014 में चंडीगढ़ उन चार शहरों में चुना गया था, जिनका ट्रांसपोर्ट सिस्टम को मजबूत किया जाना था। 

 

इनमें जयपुर, भोपाल के अलावा मुंबई के पास मीरा-भायंदर को भी चुना गया था। जून वर्ष 2016 में ब्लर्ड बैंक और चंडीगढ़ प्रशासन के बीच एमओयू भी साइन किया गया था। जुलाई 2017 में प्रशासन ने कंसल्टेंट हायर किया था, जिसने प्रोजेक्ट की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाई थी। प्रोजेक्ट की कुल लागत 25 करोड़ रुपये हैं, जिसमें से 13 करोड़ रुपये की फंडिंग वल्र्ड बैंक ने करनी है। 


 

नए बस क्यू शेल्टर पर अलग से किया जा रहा काम : 
इसके इलावा इंजीनियर डिपार्टमेंट द्वारा नए बस क्यू शेल्टर बनाने पर भी अलग से काम किया जाना है। इसमें कुल 497 में से 294 बस क्यू शेल्टर नए बनने हैं, जबकि 203 बस क्यू शेल्टर रेनोवेट होने हैं। प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि कंपनी बस क्यू शेल्टर को बनाएगी और उस पर एडवरटाइजमेंट भी लगाएगी। इसमें प्रशासन एक भी पैसा नहीं देगा, जबकि उलटा कंपनी एडवरटाइजमेंट से रेवन्यू प्राप्त करके कुछ हिस्सा प्रशासन को देगी। 

 

प्रशासन का प्लान है कि 497 बस क्यू शेल्टर के लिए टेंडर अलॉट होने के एक साल भीतर सिटी में सभी बस क्यू शेल्टर बनाना होगा। इसके बाद कंपनियों को 8 साल तक इन बस क्यू शेल्टर को एडवरटाइजमेंट के लिए दिया जाएगा। समय पूरा होने के बाद प्रशासन का इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट इन्हें अपने अंडर में ले लेगा।


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pooja verma

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