GST से प्रशासन का राजस्व पिछले साल से बढ़ा

Tuesday, Dec 03, 2019 - 11:57 AM (IST)

चंडीगढ़ (राजिंद्र) : शहर में जी.एस.टी. से प्रशासन का पिछले वर्ष के मुकाबले राजस्व बढ़ा है। अगर ओवरऑल देखा जाए तो ये बढ़ौत्तरी 12 प्रतिशत है, वहीं नवम्बर में ये बढ़ौत्तरी 29.64 प्रतिशत हुई है। पिछले साल जहां नवम्बर में 39 करोड़ रुपए राजस्व आया था, वहीं इस बार ये 50 करोड़ तक पहुंच गया है। इसी तरह ओवरऑल परसैंटेज को देखा जाए तो पिछले साल विभाग को 845 करोड़ रु पए राजस्व मिला था और इस बार बढ़कर ये 947 करोड़ हो गया है। 

 

वर्ष 2019-20 में जी.एस.टी.आर.-3बी रिटर्न की परसैंटेज 95.05 प्रतिशत रही। अगर नवम्बर में यू.टी.जी.एस.टी. व आई.जी.स.टी. के रिकार्ड को देखा जाए तो पिछली बार ये 112 करोड़  रुपए था और इस बार 135.74 करोड़ रुपए हो गया है। असिस्टैंट एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर आर.के. चौधरी ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले जी.एस.टी. फाइल करने में बढ़ौत्तरी हुई है और रिकार्ड को देखकर ये साफ अनुमान लगाया जा सकता है। 

 

उन्होंने कहा कि वह लोगों को और भी अवेयर कर रहे हैं कि वह समय पर रिटर्न फाइल करें। इससे जहां वे पैनल्टी से बचते हैं, वहीं नियमित रुप से टैक्स देने से उन पर अधिक बोझ भी नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा कि अगर वर्ष 2019-20  में जी.एस.टी.आर.-3बी रिटर्न की परसैंटेज को देखा जाए तो ये इस बार ये 95.05 प्रतिशत  रही है।


 

सैंकड़ों लोगों को दिए हैं नोटिस
आर.के. चौधरी ने कहा कि ये कुल परसैंटेज अप्रैल से नवम्बर तक की है। अप्रैल में जहां इसकी परसैंटेज 97.51 प्रतिशत थी, वहीं अक्तूबर में ये 89.04 प्रतिशत रही। बता दें कि  विभाग द्वारा इस माह असेस्मैंट भी की गई थी और वर्ष 2012 में केसों की चैकिंग की थी।  इस दौरान जिन लोगों का अभी टैक्स बकाया है, विभाग ने ऐसे सैंकड़ों लोगों को नोटिस जारी करके टैक्स क्लीयर करने के निर्देश दिए हैं। अगर ये लोग समय  पर टैक्स क्लीयर नहीं करेंगे तो विभाग द्वारा इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 

pooja verma

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