बची रहेगी 850 टी.जी.टी. और जे.बी.टी. की नौकरी, प्रशासन के आदेश कैट ने किए निरस्त

Tuesday, May 07, 2019 - 10:36 AM (IST)

चंडीगढ़(संदीप): कैट ने उन 850 जे.बी.टी.-टी.जी.टी. शिक्षकों को राहत दी है, जिनकी बर्खास्तगी के आदेश प्रशासन ने पिछले साल दिए थे। सोमवार को कैट ने प्रशासन के आदेश को निरस्त कर दिया है। अब शिक्षकों की नौकरी बनी रहेगी। पिछले साल प्रशासन द्वारा मई में जारी किए इस आदेश के खिलाफ शिक्षकों ने कैट में याचिका दायर की थी।

 आदेश में कहा गया है कि 850 में से जिन शिक्षकों के नाम एफ.आई.आर. में नहीं हैं, उनके खिलाफ बर्खास्तगी का फैसला गलत है, यह भारत के संविधान के खिलाफ है। 850 जे.बी.टी. और टी.जी.टी. शिक्षकों को नौकरी से हटाने का फैसला विभाग की मनमानी करार दिया है। कैट ने अपने फैसले में कुछ शर्तें तय की हैं। कहा गया है कि अगर मामले में किसी भी शिक्षक की भूमिका पाई जाती है तो जांच एजैंसी उसके खिलाफ स्वतंत्र जांच कर सकती है। वहीं अगर वह जांच के बाद दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए।

शिक्षक भर्ती घोटाले में 29 जुलाई, 2016 में दर्ज हुआ था केस
चंडीगढ़ शिक्षा विभाग ने वर्ष 2014 में 1150 शिक्षकों की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की थी। मैरिट के आधार पर यू.टी. शिक्षा विभाग में वर्ष 2015 में जे.बी.टी. और टी.जी.टी. की भर्ती कर नियुक्ति भी कर दी गई थी। इसके बाद पंजाब विजीलैंस जांच में सामने आया था कि भर्ती के लिए लिखित परीक्षा से तीन दिन पहले ही पेपर परीक्षार्थियों के हाथों में था। इसके लिए दलालों ने परीक्षार्थियों से सात-सात लाख रुपये लिए थे। 

पंजाब विजिलैंस की पूछताछ में आरोपी दिनेश यादव ने कबूला था कि शिक्षक भर्ती में धांधली हुई है। विजीलैंस ने एक रिपोर्ट बनाकर यू.टी. प्रशासन और पुलिस को भेजी थी और मामले की छानबीन करने को कहा था। शिक्षक भर्ती घोटाले के सामने आने पर यू.टी. पुलिस ने एस.आई.टी. गठित की थी। इसका नेतृत्व तत्कालीन एस.पी. रवि कुमार ने किया था। यू.टी. पुलिस ने 29 जुलाई, 2016 को केस दर्ज किया था।

49 शिक्षकों पर दर्ज हुई थी एफ.आई.आर. केस अभी कोर्ट में विचाराधीन
एस.आई.टी. ने सबसे पहले पंजाब विजीलैंस से गिरफ्तार किए गए आरोपी दिनेश कुमार यादव और प्रदीप लोचन को प्रोडक्शन वारंट पर लाकर उनका चार दिन का रिमांड लिया था। पुलिस ने सह आरोपी सोनीपत निवासी बृजेंद्र नैन को भिवानी से गिरफ्तार करते हुए केस में अन्य कई आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें कई सरकारी स्कूलों में टीचर भी शामिल हैं। 17 मई को पंजाब पुलिस ने तेलंगाना पुलिस के साथ मिलकर संजय श्रीवास्तव उर्फ मिथिलेश पांडे और शिव बहादुर को गिरफ्तार किया था। मामले में भर्ती हुए करीब 49 शिक्षकों पर एफ.आई.आर. दर्ज हुई और कई की गिरफ्तारी भी हुई। केस जिला अदालत में विचाराधीन है।

bhavita joshi

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