बुढ़ापे का सहारा था, प्रशासन की लापरवाही से हो गई मौत, 75 लाख मुआवजा मांगा

Friday, Feb 12, 2021 - 11:21 PM (IST)

चंडीगढ़, (रमेश हांडा): 12 अक्तूबर को मलोया व सैक्टर-39 की सड़क पर बिजली पोल के पास नंगी पड़ी तारों में उलझकर करंट लगने से 20 वर्षीय मनदीप की मौत हो गई। वह फुटबॉल खेलकर अपने सैक्टर-56 स्थित घर लौट रहा था। प्रशासन की लापरवाही से हुई मौत के बाद मृतक के पिता मोहिंदर सिंह ने चंडीगढ़ के प्रशासक, सुपरिंटैंडैंट इंजीनियर (इलैक्ट्रिकल) व तीन अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को दिसम्बर, 2020 में लीगल नोटिस भेजकर 75 लाख के मुआवजे की मांग की थी।

 

 

प्रशासन ने लीगल नोटिस का आज तक जवाब ही नहीं दिया, जिसके बाद मोहिंदर सिंह ने एडवोकेट संजीव अरोड़ा की मार्फत पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर मुआवजे की मांग की है। हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए हरियाणा में हुए ऐसे ही दो मामलों का जिक्र करते हुए 22 अप्रैल तक जवाब दाखिल करने को कहा है।
ए.सी. रिपेयरिंग का काम भी करता था याचिका में बताया गया है कि मनदीप फुटबॉल का खिलाड़ी था और पढ़ाई के साथ-साथ ए.सी. रिपेयरिंग का काम भी कर रहा था और 12000 रुपए प्रति माह वेतन ले रहा था। याचिकाकत्र्ता की उम्र 54 वर्ष हो चुकी है, जिसे मनदीप में अपने बुढ़ापे का सहारा दिख रहा था जोकि प्रशासन की लापरवाही के कारण छिन गया।
 

AJIT DHANKHAR

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