महज आठ साल की उम्र में बच्ची ने किया ऐसा कारनामा, जान कर आप भी कहेंगे वाह भई वाह

punjabkesari.in Thursday, Jun 15, 2017 - 07:56 PM (IST)

पंचकूला:  उम्र महज आठ साल और मुकाम ऐसा हासिल किया जिसे बड़े से बड़ा व्यक्ति भी बमुशिकल से हासिल नहीं कर सकता। पंचकूला की 8 की तारुषि गौड़ ने ताइक्वांडो में अपना नाम गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज करा रिया है। वह सबसे युवा ताइक्वांडो चैंपियन हैं जिसने यह उपलब्धि हासिल की है। तारुषि ने ताइक्वांडो की पूमसे तकनीक को 30 मिनट में बिना गलती के 58 बार अटेम्प्ट कर रिकॉर्ड बनाया। बुधवार को उसे गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड का पुरस्कार से नवाजा गया है। तारुषि को इस कामयाबी पर ताइक्वांडो के कोरिया स्थित हेड ऑफिस से एप्रिसिएशन लेटर और एक ट्रॉफी मिली है। 

इस सबके पीछे तारुषि की मां मीनाक्षी का बहुत बड़ा रोल। उन्होंने डॉक्टर बनने के बावजूद नौकरी नहीं की, ताकि पूरा समय तारुषि को दे सके। तारुषि के पिता विक्रांत गौड़ का कहना है कि अब उसका लक्ष्य इंटरनेशनल चैंपियनशिप में मेडल जीतना है। इसके लिए वह लगातार कड़ी प्रेक्टिस कर रही है। 4 गेम्स ताइक्वांडो, स्के, रोलर स्केटिंग और स्विमिंग की प्रेक्टिस सुबह 4 बजे शुरू करती है। स्केटिंग में हरियाणा की स्टेट चैंपियन बन चुकी है। 

स्कूल में 100 प्रतिशत अटेंडेंस...
थर्ड क्लास की तारुषि ने आज तक स्कूल से छुट्‌टी नहीं ली है। तारुषि का स्कूल अटेंडेंस 100 प्रतिशत है। पिता का कहना है कि तारुषि कभी स्कूल मिस नहीं करती। वह अपनी प्रैक्टिस के लिए स्कूल टाइम से अलग समय निकालती है। तारुषि को स्कूल में 100' अटेंडेंस की इस अचीवमेंट़्स के लिए स्टूडेंट ऑफ ईयर अवॉर्ड मिल चुका है।  

चार गेम्स में जीत चुकी है 160 मेडल...
तारुषि गौड़ ने चार गेम्स ताइक्वांडो, स्केटिंग, स्के स्विमिंग में कुल 160 मेडल जीत चुकी हैं। अब तक तारुषि ने 7 मेडल इंटरनेशनल ओलंपियाड में भी जीते हैं। 

मां ने बेटी के लिए त्यागा कॅरियर...
तारुषि की माता डॉ. मीनाक्षी गौड़ ने पी.एच.डी. की है। लेकिन उन्होंने बेटी के लिए अपना पूरा कॅरियर का त्याग कर दिया है। यह सोच कर की वह अपनी बेटी को कुछ बना कर ही अपना सपना पूरा करेंगी। 
तारुषि का अभी से भविष्य में ओलंपिक गेम्स में भारत को रि-प्रेजेंट कर सम्मान हासिल करने का इरादा है, जिसके लिए वो काफी मेहनत कर रही है।


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