सिर्फ 140 किलोमीटर चली इलैक्ट्रिक बस, चार्जिंग बनी चुनौती

Friday, Jun 16, 2017 - 12:06 AM (IST)

चंडीगढ़, (विजय) : चंडीगढ़ प्रशासन ने बुधवार से इलैक्ट्रिक बस को रूट पर उतार तो दिया। लेकिन अधिकारियों के सामने सबसे बड़ी परेशानी यह है कि बस के दिन में कितने रूट लग सकते हैं? और कितनी बार इसे चार्ज करने की जरूरत पड़ेगी? वीरवार को इस बस को कुल 140 किलोमीटर चलने के बाद एक बार फिर चार्ज करने के लिए वर्कशॉप में ले जाया गया। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि बस अभी और चल सकती थी।

जिस समय बस को फिर से चार्ज पर लगाया गया तब तक केवल 70 प्रतिशत बैटरी ही खर्च हुई थी। वीरवार को भी बिना पैसेंजर्स के इस बस को पी.जी.आई. से आई.टी. पार्क के रूट में ही चलाया गया। रूट पर ही बस चार्जिंग की वजह से कहीं खड़ी न हो जाए यह नौबत आने से पहले ही वर्कशॉप में ले जाकर बस को फिर से चार्ज करना पड़ा। वीरवार को भी बस की परफॉर्मैंस का रिकॉर्ड रखने के लिए 11 सदस्यीय टीम भी साथ चल रही थी।

रूट पर लगाने होंगे चार्जिंग प्वाइंट

प्रशासन को अगर इलैक्ट्रिसिटी बस के कांसैप्ट को शहर में सफल बनाना है तो बसों के रूट पर ही चार्जिंग प्वाइंट का ऑप्शन तलाशना होगा। दरअसल इस समय केवल एक ही बस को एक्सपैरीमैंट के तौर पर चलाया जा रहा है, जिसमें पैसेंजर्स भी नहीं हैं। प्रशासन की योजना है कि शुरूआत में कम से कम 10 बसों को किराए पर लेकर शहर के विभिन्न रूट्स पर उतारा जाए। अगर ऐसा होता है तो प्रशासन को बसों के लिए चार्जिंग प्वाइंट भी सैटअप करने होंगे ताकि बार-बार बसों को वर्कशॉप ले जाने की नौबत न आए।

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