परवरिश योजना के तहत कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के खाते में डाले 51 लाख

punjabkesari.in Sunday, Oct 31, 2021 - 05:03 PM (IST)

चंडीगढ़,(राजिंद्र शर्मा)। यूटी प्रशासन ने कोरोना से अनाथ हुए बच्चों की देखभाल व उनकी सहायता करने का फैसला लिया था। जिसके तहत ही प्रशासन की तरफ से ऐसे 185 बच्चों के खाते में 51 लाख रुपये भेजे गए हैं, ताकि वह इस मुश्किल की घड़ी में संभल सकें। ये समाज कल्याण विभाग द्वारा चलाये जा रहे परवरिश योजना के तहत किया जा रहा है।  कोरोना वायरस ने शहर के कई बच्चों के माता-पिता को उनसे छीन लिया है।

 

कुछ बच्चे अनाथ हो गए हैं, तो कुछ के घर की स्थिति सही नहीं है। ऐसे सभी बच्चों की प्रशासन की तरफ से सहायता की जा रही है।  परवरिश योजना के तहत माता या पिता के खोने के दिन से प्रशासन प्रति महीने पांच हजार रुपये की सहायता राशि दे रहा है। समाज कल्याण विभाग के एक अधिकारी ने  बताया कि इस योजना के तहत फिलहाल 185 बच्चों की पहचान की गई है। इन बच्चों के खातों में ही ये राशि भेजी गई है।

इसके अलावा आगे भी ऐसे बच्चों की  पहचान करके जल्द ही उनके खातों में भी ये सहायता राशि भेजी जाएगी। बता दें कि शिक्षा विभाग द्वारा पहले 100 बच्चों की पहचान की गई थी। इसके बाद इस  योजना में 20 अन्य बच्चों को जोड़ा गया है। 30 बच्चों को निजी स्कूल में पढ़ाया जा रहा है। समय के साथ जितने योजना के लिए योग्य बच्चों की पहचान होती रहेगी,  उन्हें इस योजना का लाभ दिया जाएगा। कोरोना पॉजीटिव होने वाले बच्चों को भी तीन महीने के लिए 2500 रुपये की सहायता दी जाएगी। जानकारी के अनुसार ऐसे  करीब 1300 के करीब बच्चे हैं, जिन्हें ये सहायता राशि दी जानी है।

 

विभाग ने सबसे पहले उन बच्चों के खाते में राशि भेजी, जिन्होंने कोरोना से माता और पिता दोनों  को खो दिया है। इसके तहत सेक्टर-52 की टीन शेड कॉलोनी की झुग्गी में रह रहे तीन बहनों को 60 हजार रुपये की मदद दी गई थी। इन बच्चों के माता-पिता का  निधन अप्रैल 2021 में हुआ था, इसलिए प्रशासन ने चार महीने के लिए 60 हजार रुपये जारी किए थे। अगर किसी भी व्यक्ति के पास ऐसे किसी बच्चे की जानकारी है तो वह जिला बाल संरक्षण इकाई की हेल्पलाइन पर संपर्क कर सकता है।


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News Editor

Rajinder sharma

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