400 को डिग्रियां, आऊट स्टैंडिंग स्टूडैंट्स को मिले मैडल

Friday, Apr 26, 2019 - 11:35 AM (IST)

चंडीगढ़(पाल): पी.जी.आई. में वीरवार को नैशनल इंस्टीच्यूट ऑफ नर्सिंग एजुकेशन (नाइन) की दूसरी कन्वोकेशन का आयोजन किया गया, जहां प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर बतौर चीफ गैस्ट मौजूद रहे। पी.जी.आई. में इससे पहले 2015 में नर्सिंग कन्वोकेशन का आयोजन किया गया था। इस दौरान 400 से ज्यादा स्टूडैंट्स को डिग्रियां दी गई।

 इससे पहले हैल्थ मिनिस्टर जे.पी. नड्डा का प्रोग्राम में बुलाए जाने की योजना थी, लेकिन इलैक्शन व कोड ऑफ कंडक्ट लगे होने के कारण ऐसा नहीं हो पाया। यूं तो कन्वोकेशन का ट्रैडिशियन एक-एक स्टूडैंट को डिग्री देना है, लेकिन पी.जी.आई. गवर्निंग बॉडी के प्रोटोकॉल के मुताबिक स्टूडैंट्स को डिग्री देने के वक्त पी.जी.आई. डायरैक्टर या प्रैसीडैंट का होना जरूरी है। चीफ गैस्ट ने सिर्फ स्टूडैंट्स को मैडल्स दिए। इसके बाद पी.जी.आई. डायरैक्टर ने डिग्रियां बांटी।

सभी स्टूडैंट्स के साथ वी.पी. सिंह बदनौर की पहले ही ग्रुप फोटो खिंचवा ली गई। 40 मिनट में उन्होंने आउट-स्टैंडिंग स्टूडैंट्स को मैडल्स दिए। इसके बाद उन्होंने 10 व 12 स्टूडैंट्स के ग्रुप के साथ फोटोज करवाई। बदनौर ने कहा कि नर्सिंग का प्रोफैशन बहुत ही महत्व रखता है। डाक्टर्स से ज्यादा नर्सिंग पैशेंट के पास वक्त गुजारती हैं। ऐसे में उन पर काम का बोझ ज्यादा रहता है। इसके बावजूद वह बहुत अच्छा काम रहे हैं। 

बेहतर काम करने के लिए किया प्रेरित
गवर्नर के जाने के बाद, कनवोकेशन एक बार फिर ट्रैडिशियनल तरीके से दोबारा की गई। जिसमें स्टूडैंट्स को पी.जी.आई. डायरैक्टर प्रो. जगत राम ने सभी को डिग्री दी। 1 बजे तक कार्यक्रम चला। नाइन की प्रिंसीपल डा. संध्या घई, डीन रिसर्च डा. राजवंशी, प्रो. आरुणालोक चक्रवर्ती, डी.डी.ए. अमिताभ अवस्थी, एम.एस. प्रो. अनिल गुप्ता, एफ.ए. कुमार अभय, एक्स पी.जी.आई. फैकल्टी व एडमिनस्ट्रेटिव स्टाफ मौजूद रहा। डायरैक्टर पी.जी.आई. ने सभी स्टूड़ैंट्स को बेहतर काम करने के लिए प्रेरित किया।

नाइन रिसर्च में हो रहा अच्छा काम
प्रोग्राम में मौजूद नाइन की प्रिंसीपल डा. घई ने बताया कि नाइन रिसर्च एरिया में भी काफी अच्छा काम कर रहा है आई.सी.एम.आर., डी.एस.टी., यू.टी, डी.बी.टी., की ओर से फंडिंग रिसर्च प्रोजैक्ट पर काम हो रहा है। साल 2005 से एम.एससी नर्सिंग की ओर से 430 और बी.एससी नर्सिंग की ओर से 452, की गई है। फैकल्टी की ओर से 600 पब्लिकेशन कई बड़े जरनल में पब्लिश हुए हैं। 
 

bhavita joshi

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