शहर में लांग रूट पर लोगों को बसों के लिए नहीं करना पड़ेगा इंतजार, परिवहन विभाग ने कंपनी की फाइनल

punjabkesari.in Sunday, Dec 18, 2022 - 07:21 PM (IST)

चंडीगढ़,(राजिंद्र शर्मा)। शहरवासियों को लांग रूट पर अब बसों के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) को मार्च 2023 तक 20 और एचवीएसी बसें मिल जाएंगी। परिहवन विभाग ने इन बसों की डिलीवरी के लिए लेलैंड को काम अलॉट कर दिया है। विभाग कुल 11.5 करोड़ रुपए की लागत से ये बसें खरीद रहा है।

 

 

इस संबंध में परिवहन विभाग के निदेशक प्रद्युमन ने बताया कि जल्द ही उन्हें 20 और बसें लांग रूट के लिए मिल जाएंगी, जिसके लिए उन्होंने लेलैंड कंपनी को फाइनल किया है। बताया कि 20 बसें पहले ही उनको मिल गई है, जबकि उन्होंने ये 20 और खरीदने के लिए टैंडर जारी किया था। इन बसों के आने के बाद ही पड़ोसी व अन्य राज्यों के शहरों के लिए बसों के रुट डबल हो जाएंगे। इससे लोगों को बसों के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इन बसों में पुरानी के मुकाबले सुविधाएं भी बेहतर होंगी। लोगों के लिए उचित किराए पर बेहतर बस सेवा प्रदान करने के लिए विभाग नई बसें खरीदने में लगा हुआ है। इससे पहले भी प्रशासन ने 20 हीट वेंटिलेशन एयर कंडीशनर (एचवीएसी) बसें खरीदी हैं, जिन्हें जल्द ही अलग-अलग शहरों के रुट पर चलाने के लिए हरी झंडी दिखाई गई थी। इन बसों को जयपुर के दो रूट पर, फतेहाबाद, अबोहर, चंडीगढ़-बटाला बाया डेरा ब्यास, अबोहर, जम्मू-कटड़ा, पठानकोट, हरिद्वार, अमृतसर, लुधियाना, झज्जर, शिमला और मनाली के लिए चलाया गया था। इनमें से अमृतसर, लुधियाना, शिमला और मनाली के लिए पहले से भी बसें चल रही हैं, लेकिन अतिरिक्त बसों के आने के बाद अब इन रूट पर बसों की संख्या बढ़ा दी गई है।

 

 

 

एचवीएसी बसों में होंगी ये सुविधाएं :
20 एचवीएसी बसों में सामान रखने की उचित व्यवस्था के साथ ही इसमें एयर कंडीशनिंग और हीटिंग की भी सुविधा होगी। साथ ही फ्रंट डेस्टिनेशन बोर्ड एलईडी बेस्ड होगा। हर बस में 47 के करीब सीटें होगी। साथ ही बसों में सीसीटीवी कैमरे भी प्रदान करने होंगे, क्योंकि इससे पहले विभाग ने अपनी लगभग अधिकतम बसों में सीसीटीवी कैमरों का प्रावधान कर दिया है। प्रशासन की नई एचवीएसी बस सर्विस के लिए यात्रियों को अधिक किराया देना पड़ सकता है, जबकि साधारण बसों के लिए किराया कम है। प्रशासन 80 इलेक्ट्रिक और बसें हायर करने की भी तैयारी है। इन बसों को शहर और ट्राईसिटी के अलग-अलग रूट पर चलाया जाएगा। विभाग के पास फिलहाल कुल 80 इलेक्ट्रिक बसें हैं, जिनमें से लगभग सभी बसों को रूट पर उतार दिया गया है। इन बसों को शहर के अलग-अलग एरिया में एक्सप्रेस रूट पर भी चलाया जा रहा है।


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News Editor

Ajay Chandigarh

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