फ्रांस की 15 कंपनियों ने शहर के प्रोजैक्टों में हिस्सेदारी की इच्छा जताई

Saturday, Jun 08, 2019 - 10:49 AM (IST)

चंडीगढ़ (साजन): चंडीगढ़ में चल रहे विभिन्न प्रोजैक्टों में हिस्सेदारी सुनिश्चित करने को लेकर शुक्रवार को फ्रैंच प्रतिनिधिमंडल यू.टी. के प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर और एडवाइजर मनोज परिदा से मिला। 

 

प्रतिनिधिमंडल में फ्रांस की 15 कंपनियां थीं, जिन्होंने बदनौर व परिदा से मिलकर शहर में शुरू होने जा रहे विभिन्न प्रोजैक्टों में हिस्सेदारी की इच्छा जताई। 

 

उन्हें आश्वासन दिया गया कि शहर के बहुत से प्रोजैक्ट ऐसे हैं, जिनमें केंद्र सरकार की ओर से दिशा-निर्देश आते हैं, लिहाजा पहले वह इसको लेकर केंद्र सरकार के पास प्रस्ताव भेजेंगे।  

 

एडवाइजर ने बताया कि फ्रैंच डैलीगेशन के साथ पहुंची फ्रांस की कंपनियों ने ट्रांसपोर्ट मोबीलिटी के प्रोजैक्ट पर चंडीगढ़ प्रशासन के साथ काम करने की इच्छा जताई। 

 

डैलीगेशन को कहा गया कि ट्रांसपोर्ट को लेकर जल्द पॉलिसी बनने जा रही है, जिसमें सुनिश्चित किया जाएगा कि मैट्रो पर काम करना है या मोनो रेल पर। फिर जैसा तय होगा टैंडर जारी किए जाएंगे। 

 

एक टीम सर्वे के लिए लगाई गई है कि इन दोनों में से कौन सा प्रोजैक्ट सही रहेगा, उसके बाद अंतिम फैसला होगा। करीब माह बाद टैंडर की प्रक्रिया जारी की जाएगी। 

 

डैलीगेशन ने प्रोजैक्ट रिपोर्ट की मांग भी की
मनीमाजरा में फ्रांस की ए.एफ.डी. कंपनी 24 घंटे पानी दिए जाने के प्रोजैक्ट में मदद कर रही है। इसके लिए फ्रांस की कंपनी ने लोन भी दिया है। इस काम को फ्रैंच कंपनी की मदद से आगे बढ़ाया जा रहा है। स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे विभिन्न प्रोजैक्टों को लेकर डैलीगेशन ने प्रोजैक्ट रिपोर्ट की मांग भी की। 

 

इसके तहत जल्द शुरू होने जा रहे प्रोजैक्टों की रिपोर्ट बनाकर उन्हें सौंप दी जाएगी। चंडीगढ़ में कल्चरल प्रोटैक्शन को लेकर फ्रैंच डैलीगेशन को अपना कंसलटैंट एक्सपर्ट देने पर एडवाइजर मनोज परिदा ने बातचीत की, जिसमें शहर में कई म्यूजियमों का संरक्षण आदि शामिल है। 

 

फ्रैंच वास्तुकार ली-काबूर्जिए, पियरे जैनरेट के म्यूजियम व हाऊस चंडीगढ़ में स्थित हैं। इस संबंधी कंसलटैंट एक्सपर्ट प्रशासन को बेशकीमती सुझाव दे सकता है। कैपिटल कांप्लैक्स के संरक्षण पर भी बातचीत हुई, जिसे लेकर फ्रैंच डैलीगेशन ने रुचि दिखाई। 

 

हैरीटेज बिल्डिंग को लेकर बनेगी कमेटी 
हैरीटेज बिल्डिंग को लेकर जल्द प्रशासन कमेटी बनाएगा, जो केंद्र को अपना सुझाव भेजेगी कि किस तरह से हैरीटेज की आइटमों को सुरक्षित रख सकता है। केंद्र की ओर से फाइनल अप्रूवल आएगी, यू.टी. प्रशासन उसी के अनुरूप काम करेगा। 

 

बता दें कि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति औलांद भी जब चंडीगढ़ दौरे पर आए थे तो उनके साथ बहुत सी फ्रैंच कंपनियों ने चंडीगढ़ के विभिन्न प्रोजैक्टों में रुचि दिखाई थी। उम्मीद जताई जा रही है कि स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे प्रोजैक्टों में बहुत सी फ्रैंच कंपनियों को उनकी एक्सपर्टिज के अनुसार टैंडर दिए जाएंगे।

pooja verma

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