पी.जी.आई. में डॉक्टर्स की हड़ताल मरीजों पर पड़ी भारी, हुईं 105 मौतें

Thursday, Aug 25, 2016 - 01:34 PM (IST)

चंडीगढ़ : पी.जी.आई. में तीन दिन चले हंगामे के बाद रैजीडैंट डाक्टर्स काम पर लौट आए। दो दिन से परेशान मरीजों ने बुधवार को राहत की सांस ली। रोजाना के मुकाबले न्यू ओ.पी.डी. में मरीजों की भीड़ 10 गुना ज्यादा रही, जिसकी वजह से सीनियर्स और जूनियर्स डाक्टर्स के लिए दिन काफी व्यस्त रहा। हड़ताल के दौरान तीन दिन पी.जी.आई. में मरने वालों की तादाद आम दिनों के मुकाबले ज्यादा रही। 

 
हालांकि प्रबंधन ने पेशेंट केयर की सपोर्ट में कंसल्टेंट और नर्सेज की ड्यूटी बढ़ा दी थी। आंकड़ों की मानें तो पी.जी.आई. में रविवार रात से लेकर मंगलवार रात तक पी.जी.आई. में 105 लोगों ने दम तोड़ दिया, जबकि आम तौर पर तीन दिनों में पी.जी.आई. में 85 से लेकर 90 लोग मौत होती है। जबकि आम दिनों के मुताबिक हड़ताल के दौरान बहुत कम पेशेंट्स को भर्ती गया। 
 
जहां पी.जी.आई. आम दिनों में इमरजेंसी में 288 से लेकर 300 के करीब पेशेंट्स को भर्ती करता है वहीं हड़ताल के दौरान 185 के करीब पेशेंट्स को इमरजेंसी में भर्ती किया गया। आम दिनों में इमरजेंसी में जबकि डाॅक्टर्स के आंदोलन के दौरान तीन दिनों में 44 पेशेंट्स मौतें हुई। हड़ताल के दौरान पी.जी.आई. में रैजीडैंट डाक्टरोंं पर मुख्य गेट बंदकर न्वॉइज फ्री एरिया में हंगामा करने, धारा 144 तोडऩे पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी, पुलिस जांच में जुट गई है। 
 
 
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