रिसर्च क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने पर PGI के 10 डाक्टर सम्मानित

punjabkesari.in Friday, Oct 13, 2017 - 10:35 AM (IST)

चंडीगढ़(पाल) : रिसर्च की दुनिया में नए आयाम स्थापित करने पर पी.जी.आई. के 10 डाक्टर्स को वीरवार को दिल्ली में पुरस्कृत किया गया। रिसर्च के बल पर अब मरीजों को नया जीवन मिल सकेगा। ब्रेन की ऐसी बीमारियां जिनके बारे में मरीज की मौत के बाद पता चलता था उनकी पहचान अब बायोमार्कर्स से काफी पहले हो सकेगी। खून जांच में लिपिड और मोलिक्यूल्स की संख्या के जरिए अब दिमागी बीमारी पकड़ में आ सकेगी। 

 

रिसर्च की यह भी खासियत है कि इसमें पारंपरिक चिकित्सीय पद्धति और पश्चिमी टैक्नीक के फ्यूजन से तैयार की गई टैक्नीक को न्यूरोलॉजी विभाग के वैज्ञानिक प्रो. अक्षय आनंद ने ईजाद किया है। उन्हें इस रिसर्च के चलते अम्रुत मोदी यूनिकैम अवार्ड से नवाजा गया। ब्रेन की बीमारी के बाद दूसरी सबसे जटिल बीमारी लिवर सोरायसिस के इलाज के लिए प्रो. वीरेंद्र सिंह को भी अम्रुत मोदी यूनिकैम अवार्ड से नवाजा गया। 

 

प्रो. वीरेंद्र सिंह ने लीवर सोरायसिस के पेशैंट्स में एकत्रित होने वाले पानी को सुखाने के लिए ऐसी टैक्नीक ईजाद की है, जिसके मद्देनजर दवा भी बन चुकी है। सोरायसिस के पेशैंट्स जिनकीकिडनी और लिवर क्षतिग्रस्त हो जाते थे और कोई दवाएं उनके पेट का पानी नहीं सुखा पाती थी। ऐसे पेशैंट्स हिपैटोलॉजी विभाग के लिए चिंता का विषय था। 

 

ऐसे पेशैंट्स का पास सिर्फ एकमात्र लिवर ट्रांसप्लांट ही विकल्प बचता था पर अब प्रो. वीरेंद्र सिंह द्वारा ईजाद की गई वैसोप्रैसर दवा के दम पर पेशैंट्स के पेट का पानी आसानी से सुखाया जा सकेगा। वीरवार को दिल्ली में आयोजित आई.सी..एम.आर. अवार्ड्स में पी.जी.आई. के कई डाक्टरों को उनकी कई बेहतरीन रिसर्च के लिए सम्मानित किया गया। स्वास्थ्य एवं परविार कल्याण मंत्री अनुपम पटेल ने पी.जी.आई. डाक्टरों को अवार्ड देकर सम्मानित किया। 

 

पी.जी.आई. पैडएट्रिक मैडीसन के प्रो. दीपक बंसल (2016) को डा. पी.एन. राजू ओरेशन अवार्ड, पी.जी.आई. साइकैट्रिक विभाग एडिशनल प्रो. डा. संदीप ग्रोवर (2016) व साइकैट्रिक विभाग के हैड डा. अजीत अवस्थी (2014) को डा. विद्या सागर अवार्ड से सम्मानित किया गया। साथ ही पल्मनरी मैडीसन विभाग से डा. सहजल धूरिया (2016) व एसोसिएट प्रो. डा. नवनीत सिंह को (2014) श्रीमती कमल सतबीर अवार्ड, साइकैट्रिक विभाग के डा. संदीप ग्रोवर (2013) को शकुंतला आमिर प्राइज दिया गया। 

 

पैडएट्रिक विभाग के एसोसिएट प्रो. डा. जितेंद्र कुमार साहू को (2014) डा. एच.बी. ङ्क्षडगले मैमोरियल अवार्ड, पैडएट्रिक विभाग के हैड डा. सुरजीत सिंह को (2011) आई.सी.एम.आर. चतुर्वेदी कलावती जगमोहन मैमोरियल दास अवॉर्ड, न्यूरोलॉजी विभाग के विभाग डा. अक्षय आनंद (2012) व हैपोटोलजी विभाग प्रो. डा. वीरेंद्र सिंह को (2014) जिन्होंने लीवर सोरायसिस के मरीजों के लिए एक ऐसी दवा ईजाद की है जो बिना सर्जरी पेट का पानी सुखा देती है।

 

इसके लिए उन्हें अम्रुत मोदी युनिकैम पुरस्कार दिया गया। द इंडियन काऊंसिल ऑफ मैडीकल रिसर्च के सहयोग से नैशनल एकैडमी ऑफ मैडीकल साइंस में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। आई.सी.एम.आर. देश के सर्वोच्च एजैंसी है जो इंडियन साइंटिस्ट को बॉयोमैडीकल रिसर्च की फिल्ड में योगदान करने के लिए सम्मानित करती है। 


 


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