ईयू का इंजन बैन डगमगाया, ऑटो कंपनियों ने फिर शुरू की दहन इंजन की योजना
punjabkesari.in Thursday, Dec 11, 2025 - 06:59 PM (IST)
ऑटो डेस्क: यूरोपीय संघ (EU) द्वारा 2035 से नए दहन इंजन वाहनों पर प्रस्तावित प्रतिबंध अब पहले जितना सख्त नहीं माना जा रहा है। इसी बदलाव की संभावना के बीच यूरोप की कई बड़ी ऑटो कंपनियों और उनके आपूर्तिकर्ताओं ने दोबारा इंटरनल कम्बशन इंजन (ICE) वाहनों की भविष्य की योजनाओं पर काम शुरू कर दिया है।
ऑटो कंपनियों ने सप्लायर्स से कहा— "नॉन-ईवी मॉडल तैयार रखें"
उद्योग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक कई ऑटो पार्ट्स निर्माता कंपनियों को वाहन निर्माताओं से संकेत मिल रहे हैं कि 2035 के बाद भी उन्हें गैर-ईवी यानी ICE आधारित मॉडलों की सप्लाई के लिए तैयार रहना चाहिए।
वाहन कंपनियों की उत्पादन रणनीति कई साल पहले तय होती है और EV टेक्नोलॉजी में अरबों यूरो का निवेश हो चुका है, ऐसे में यह संभावित बदलाव उद्योग के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।
मर्सिडीज-बेंज, स्टेलैंटिस और BMW जैसी कंपनियां पहले ही 2035 के बाद दहन इंजन तकनीक को जारी रखने की रणनीति पर विचार कर रही हैं। हालांकि यह चर्चाएं अभी शुरुआती चरण में हैं और EU की अंतिम नीति के अनुसार इनमें बदलाव संभव है।
“लोग सिर्फ BEV अपनाने के लिए तैयार नहीं”— CLEPA
यूरोपीय सप्लायर एसोसिएशन CLEPA के सेक्रेटरी जनरल बेनजामिन क्रिगर ने कहा कि कई कार निर्माता इस बात के स्पष्ट संकेत दे रहे हैं कि 2035 के बाद भी प्लग-इन हाइब्रिड, रेंज-एक्सटेंडर या अन्य तरह के दहन इंजन की जरूरत बनी रहेगी।
उन्होंने कहा, “लोग अभी सिर्फ बैटरी-इलेक्ट्रिक वाहनों (BEVs) पर पूरी तरह निर्भर होने के लिए तैयार नहीं हैं।”
मर्सिडीज ने दी प्रतिक्रिया, BMW और Stellantis ने चुप्पी साधी
मर्सिडीज ने बयान में कहा है कि वह 2030 के दशक के अंत तक ग्राहकों की जरूरतों के अनुसार “ऑल-इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रिफाइड दहन इंजन दोनों विकल्प” उपलब्ध रखेगी।
वहीं स्टेलैंटिस और BMW ने अभी इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
