रियल एस्टेट मार्कीट्स का विश्लेषण करते हैं इन्वैस्टमैंट मैनेजर्स

punjabkesari.in Saturday, Jun 20, 2015 - 09:12 AM (IST)

ग्रैजुएट्स को न केवल अंतर्राष्ट्रीय प्रोपर्टी कंसल्टिंगग फर्म्स बल्कि ग्लोबल कंसल्टिंगग फर्म्स तथा अंतर्राष्ट्रीय बैंक भी निम्न क्षेत्रों में नियुक्तियां प्रदान करते हैं : 

इन्वैस्टमैंट मैनेजमैंट : रियल एस्टेट इन्वैस्टमैंट मैनेजर्स रियल एस्टेट मार्कीट्स का विश्लेषण करते हैं । उन पर करीब से नजर रखते हुए रियल एस्टेट परियोजनाओं के विकास तथा निवेश के लिए सर्वोत्तम परिदृश्य तैयार करने का प्रयास करते हैं । 

इनवेस्टमेंट बैंकिंग : वैश्विक स्तर पर अनेक इन्वैस्टमैंट बैंक्स के रियल एस्टेट को समर्पित विशेष समूह हैं । इनमें उनके पास गिरवी रखी सम्पत्तियों के अलावा रियल एस्टेट सैक्टर में निवेश संबंधी कार्यों पर विशेष ध्यान दिया जाता है ।

वैल्यूएशन, एप्राइसल या क्रैडिट मैनेजमैंट : वैल्यूएशन प्रोफैशनल्स आमतौर पर बैंकों या वैल्यूएशन फर्म्स के लिए काम करते हैं। उनके कार्यों में सम्पत्तियों का मूल्यांकन करना होता है जिसके लिए विभिन्न विधियों का प्रयोग किया जा सकता है । कभी-कभी वे इस संबंधी फैसला भी लेते हैं कि आवेदक को लोन दिया जाए या नहीं । 

एडवाइजर तथा कंसल्टैंट : वे सही सम्पत्ति चुनने में निवेशकों की मदद करते हैं । निवेश के वित्तीय प्रदर्शन पर नजर रखना भी उनके कार्यों में शामिल है । 

कार्पोरेट रियल एस्टेट एंड फैसिलिटीज मैनेजमैंट : इस सैग्मैंट के पेशेवर कार्पोरेट्स की सम्पत्तियों का प्रबंध देखते हैं । इनमें सम्पत्तियों का अधिग्रहण से लेकर प्रबंधन तक शामिल हो सकता है । फैसिलिटीज मैनेजर्स आवासीय काम्प्लैक्स या शॉपिंग सैंटर जैसे बड़े स्थानों का प्रबंधन देखते हैं ताकि उनकी लागत को कम किया जा सके तथा कार्यस्थलों पर अधिकतम उत्पादन हासिल हो सके । 

लीजिंग एंड सेल्स मैनेजमैंट : ये मैनेजर सम्पत्तियों को किराए या लीज पर लेने संबंधी लेन-देन के मामलों में सम्पत्ति स्वामियों या किराएदारों का प्रतिनिधित्व करते हैं ।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News