Twitter की ग्लोबल इंजीनियरिंग नौकरियों पर गाज

Tuesday, Sep 20, 2016 - 04:30 PM (IST)

नई दि‍ल्‍लीः सोशल वैबसाइट की दिग्गज कंपनी ट्वि‍टर ने बैंगलूर में मौजूद अपने डिवलपमेंट सेंटर से ग्लोबल इंजिनियरिंग वर्क को बंद कर दिया है। कंपनी ने रेवेन्‍यू ग्रोथ में आ रही गि‍रावट के चलते इन्‍वेस्‍टर्स की ओर से लगातार दबाव बना हुआ है। कंपनी ने इस फैसले को ‘नॉर्मल बि‍जनैस रीव्‍यू’ बताया है। इंडस्‍ट्री सूत्रों के मुताबि‍क, ट्वि‍टर के इस कदम से बैंगलूर के करीब 100 से 120 कर्मचारि‍यों की नौकरी जा सकती है।

कंपनी के स्पोकपर्सन ने बताया, 'कंपनी के इस फैसले से सिर्फ बेंगलुरु की ग्लोबल इंजिनियरिंग वर्क फोर्स ही प्रभावित होगी।' हालांकि कंपनी ने यह बताने से इनकार कर दिया कि उसके इस निर्णय का असर कितने एंप्लॉयीज पर पड़ेगा?

ट्वि‍टर ने कहा कि‍ इंजीनि‍यरिंग हमारी कंपनी का अहम हि‍स्‍सा है और हम दुनि‍याभर में अपने यूजर्स के लि‍ए प्रोग्राम और कोर प्रोडक्‍ट एक्‍सपीरि‍यंस को सुधारने पर काम करेंगे। कंपनी ने कहा कि‍ हम प्रत्‍येक व्‍यक्‍ति‍ के योगदान के लि‍ए शुक्रगुजार हैं और हम कंपनी से सम्‍मानजनक एक्‍जि‍ट उपलब्‍ध कराने के लि‍ए हर संभव काम करेंगे।

जून में समाप्‍त क्‍वार्टर में ट्वि‍टर का रेवेन्‍यू अनुमान से कम रहा है। कंपनी के रेवेन्‍यू ग्रोथ में लगातार 8 क्‍वार्टर्स में गि‍रावट देखने को मि‍ली है। वहीं, तीसरे क्‍वार्टर में कमजोर रेवेन्‍यू का अनुमान लगाया जा रहा है। ग्‍लोबल मार्कीट में कंपनी को फेसबुक से कड़ा मुकाबला मि‍ल रहा है। यही वजह है कि‍ कंपनी के भवि‍ष्‍य के बारे में इन्‍वेस्‍टर्स के बीच चिंता बढ़ रही है।

इसी तरह का फैसला याहू इंडि‍या ने बैंगलूर में अपने रि‍सर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर से करीब 600 कर्मचारि‍यों की छंटनी की थी। यह छंटनी साल 2014 में अमरीका के बाहर की गई दूसरी सबसे बड़ी छंटनी थी।

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