सोना होगा और महंगा, 35 हजार रुपए तक जा सकते हैं भाव

Friday, Jul 08, 2016 - 02:40 PM (IST)

नई दिल्लीः ब्रेक्सिट के बाद ग्लोबल और घरेलू बाजार में सोने में तेजी का रुख जारी है। सोना 2 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया है। ग्लोबल अनिश्चितताओं को देखते हुए विदेशी ब्रोकरेज हाऊसेज ने सोने के टार्गेट प्राइस में बढ़ौत्तरी कर दी है। अंतर्राष्ट्रीय कमोडिटी होने के कारण इसका असर घरेलू बाजार में भी देखने को मिलेगा। एक्सपर्ट्स के अनुसार दिवाली तक सोना 35 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर तक जा सकता है।

यह हैं सोने में तेजी के कारण
बड़े बैंकों ने दूसरे सेफ हैवन खरीददारी पर लगाया कैप 
वर्ल्ड गोल्ड काऊंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक बैंक ऑफ इंग्लैंड और दूसरे सैंट्रल बैंकों ने दूसरे सेफ हैवन में खरीददारी (इन्‍वेस्‍टमेंट इंस्‍ट्रूमेंट्स में खरीददारी) सीमित कर दी है। इस कारण सोने में आगे और तेजी जारी रह सकती है। इन बैंकों के मुताबिक गोल्ड के अलावा डॉलर और येन को सेफ हैवन खरीदारी माना जाता रहा है लेकिन बैंकों ने डॉलर और येन पर कैप लगा दिया है। इस कारण सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिल सकती है।

करैंसी मार्कीट में उतार-चढ़ाव
ब्रेक्सिट के बाद रुपए में गिरावट दर्ज की जा रही है। बेक्सिट पर आए फैसले के बाद पाऊंड में 31 साल की सबसे बड़ी गिरावट आई थी। इससे रुपए के अलावा दूसरे करैंसी मार्कीट में भी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। इसका फायदा सोने को आगे भी मिल सकता है।

मॉनेटरी पॉलिसी में ढील से मिलेगा फायदा 
यूरोपियन संघ और ब्रिटेन के सैंट्रल बैंक अपनी इकोनॉमी को बढ़ाने के लिए राहत पैकेज और मॉनेटरी पॉलिसी में ढील देंगे। इस तरह के कदम से सोने को सपोर्ट मिलेगा। इससे सोने की होल्डिंग की कॉस्ट घटेगी और ऐसे अनिश्चितता भरे माहौल में सोना एक आकर्षक निवेश का विकल्प होगा।

630 टन से बढ़कर 934 टन पर पहुंचा SPDR 
निवेशकों में गोल्ड की बढ़ती डिमांड के कारण दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड ई.टी.एफ. फंड एस.पी.डी.आर. की होल्डिंग 630 टन से बढ़कर 934 टन पहुंच गया है। सोने में निवेश के बढ़ने के कारण आगे सोने में तेजी जारी रहेगी। एस.पी.डी.आर. दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड ई.टी.एफ. फंड है।

पेंशन फंड खरीदेंगे सोना 
वर्ल्ड गोल्ड काऊंसिल के मुताबिक पेंशन फंड्स अब सोने में निवेश कर सकते हैं। इस कारण सोने में उछाल देखा जा सकता। इससे पहले अब तक पेंशन फंड्स म्युचुअल फंड और बॉन्ड्स में निवेश करते थे।

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