भारत में टेस्ला को आने में क्यों हो रही है देरी, एलन मस्क ने दिया जवाब

Saturday, Jul 24, 2021 - 02:10 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः दुनिया की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारों का भारत में बेसब्री से इंतजार हो रहा है लेकिन कंपनी ने अभी तक इस बारे में कोई औपचारिक घोषणा नहीं की है। टेस्ला के सीईओ एलन मस्क का कहना है कि उनकी कंपनी भारत में अपनी कारों को लॉन्च करना चाहती है लेकिन देश में इलेक्ट्रिक कारों पर इम्पोर्ट ड्यूटी दुनिया में सबसे अधिक है। मस्क ने एक ट्विटर यूजर का जवाब देते हुए यह बात कही। यूजर ने मस्क से जल्दी से जल्दी टेस्ला की कारों को भारत में लॉन्च करने का अनुरोध किया था।

जानें क्या कहा मस्क ने
मस्क ने कहा, 'हम ऐसा करना चाहते हैं लेकिन भारत में इम्पोर्ट ड्यूटी दुनिया में सबसे अधिक है। इतना ही नहीं वहां क्लीन एनर्जी वाहनों को डीजल और पेट्रोल कारों की तरह ट्रीट किया जाता है। यह भारत के जलवायु परिवर्तन लक्ष्यों के अनुरूप नहीं है।' टेस्ला इसी साल भारत में अपनी कारें उतारना चाहती है। रॉयटर्स के मुताबिक उसने कई मंत्रालयों ओर नीति आयोग को पूरी तरह से एसेम्बल्ड कारों पर इम्पोर्ट ड्यूटी घटाने का अनुरोध किया है।

इम्पोर्ट ड्यूटी में कटौती की मांग
लेकिन इस बात की संभावना कम ही है कि मोदी सरकार कंपनी के इस अनुरोध को मानेगी। सरकार ने स्थानीय स्तर पर मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए कई इंडस्ट्रीज में इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी है। मस्क ने कहा, 'हमें पूरी उम्मीद है कि इलेक्ट्रिक वाहनों पर टैरिफ में कम से कम अस्थाई राहत मिलेगी। अगर ऐसा होता है तो यह सराहनीय कदम होगा।' इससे साफ है कि मस्क भारत में इम्पोर्ट ड्यूटी में कटौती का इंतजार कर रहे हैं।

फिलहाल पूर्ण रूप से विनिर्मित इकाई (CBU) के रूप में आयातित कार पर सीमा शुल्क 60 प्रतिशत से 100 प्रतिशत के बीच है। यह इंजन के आकार और लागत, बीमा तथा माल ढुलाई मूल्य 40,000 डॉलर से कम या अधिक पर निर्भर है। हाल ही में, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि टेस्ला के पास भारत में अपनी विनिर्माण इकाई स्थापित करने का एक सुनहरा अवसर है, क्योंकि देश में ई-वाहनों पर जोर दिया जा रहा है।

jyoti choudhary

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