खुदरा महंगाई सवा 4 साल के निचले स्तर पर, थोक महंगाई ने भी दी राहत

Friday, May 12, 2017 - 07:18 PM (IST)

नई दिल्लीः महंगाई के मोर्चे पर सरकार के लिए वित्त वर्ष की शुरूआत काफी अच्छी रही है। दालों, सब्जियों और आलू-प्याज की कीमतों में पिछले साल अप्रैल की तुलना में कमी के कारण इस साल अप्रैल में खुदरा महंगाई दर घटकर कम से कम सवा 4 साल के निचले स्तर 2.99 प्रतिशत पर आ गई जबकि थोक महंगाई दर 4 महीने के निचले स्तर 3.85 प्रतिशत पर रही। इस साल मार्च में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति की दर यानी खुदरा महंगाई 3.89 प्रतिशत तथा पिछले साल अप्रैल में 5.47 प्रतिशत पर रही थी। इस साल मार्च में थोक महंगाई 5.29 प्रतिशत और पिछले साल अप्रैल में शून्य से 1.09 प्रतिशत नीचे दर्ज की गई थी। खुदरा महंगाई का यह स्तर कम से कम जनवरी 2013 के बाद का निचला स्तर है। 

सब्जियों की कीमत घटी
जनवरी 2015 से खुदरा महंगाई के लिए भी आधार वर्ष बदलकर 2012 किया गया था और नयी गणना के हिसाब से इसके जनवरी 2013 के पहले के आंकड़े मौजूद नहीं हैं। चालू वित्त वर्ष से थोक महंगाई के आंकड़ों के लिए भी आधार वर्ष 2004-05 से बदलकर 2011-12 किया गया है। पिछले साल अप्रैल की तुलना में इस साल अप्रैल में दालों तथा इसके उत्पादों की खुदरा कीमत 15.94 प्रतिशत और सब्जियों की कीमत 8.59 प्रतिशत घटी है। 

थोक महंगाई के मोर्चे पर आलू के दाम 40.97 प्रतिशत, दालों के 13.64 प्रतिशत, प्याज के 12.47 प्रतिशत और सब्जियों के 7.79 प्रतिशत घटने से खाद्य पदार्थों की महंगाई दर घटकर 1.16 प्रतिशत रह गई। महंगाई दर की गणना में सर्वाधिक 64.23 प्रतिशत का भारांश रखने वाले विनिर्मित उत्पादों की श्रेणी की महंगाई दर भी 2.66 प्रतिशत रही। हालांकि, ईंधन एवं ऊर्जा वर्ग की थोक महंगाई दर 18.52 प्रतिशत रही।

IIP मार्च में 2.7% बढ़ा
देश के उद्योगों की रफ्तार मापने वाले औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आई.आई.पी.) मौजूदा वर्ष के मार्च में 2.7 प्रतिशत बढ़ा है। मार्च 2016 में आई.आई.पी. की वृद्धि दर 8.0 प्रतिशत रही थी। सरकार ने आधार वर्ष 2011-12 की गणना के आधार पर आज यहां जारी आंकड़ों में बताया कि फरवरी 2017 में आई.आई.पी. की वृद्धि दर 1.9 प्रतिशत रही थी। आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2017 में खनन क्षेत्र की वृद्धि दर 9.7 प्रतिशत दर्ज की गई है जबकि मार्च 2016 में यह आंकडा 5.7 प्रतिशत रहा था। फरवरी 2017 में आई.आई.पी. की वृद्धि दर 4.6 प्रतिशत दर्ज की गई थी। विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर्ज मार्च 2017 में 1.2 प्रतिशत रही है। मार्च 2016 में आई.आई.पी. की वृद्धि दर 5.5 प्रतिशत थी। फरवरी 2017 में यह आंकडा 1.4 प्रतिशत था। बिजली क्षेत्र की मार्च 2017 में आई.आई.पी. की वृद्धि में 0.2 प्रतिशत रही है। मार्च 2016 में यह आंकड़ा 6.1 प्रतिशत और फरवरी 2017 में 1.2 प्रतिशत रहा था।  

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