Wholesale inflation in June: महंगाई पर लगाम, जून में थोक महंगाई दर माइनस में
punjabkesari.in Monday, Jul 14, 2025 - 12:19 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः भारत में थोक मूल्य सूचकांक (WPI) पर आधारित महंगाई दर जून 2025 में घटकर -0.13% पर आ गई है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, यह गिरावट लगातार तीसरे महीने दर्ज की गई है। मई में यह आंकड़ा 0.39% था, जो कि 14 महीनों का सबसे निचला स्तर था।
थोक महंगाई क्यों होती है अहम?
थोक मूल्य सूचकांक (WPI) उन वस्तुओं की औसत कीमत में बदलाव को दर्शाता है जो थोक में खरीदी-बेची जाती हैं। यह मुख्य रूप से कृषि, खनन और विनिर्माण क्षेत्रों की आपूर्ति और मांग के रुझानों को दर्शाता है और उत्पादक स्तर पर महंगाई का संकेतक माना जाता है।
आरबीआई ने FY26 के लिए क्या अनुमान लगाया?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने वित्त वर्ष 2025-26 (FY26) के लिए खुदरा महंगाई में नरमी का अनुमान जताया है। पिछली मौद्रिक नीति बैठक में केंद्रीय बैंक ने खुदरा महंगाई दर का अनुमान 4% से घटाकर 3.7% कर दिया था। तिमाही अनुमान इस प्रकार हैं:
Q1 FY26: 2.9%
Q2 FY26: 3.4%
Q3 FY26: 3.9%
Q4 FY26: 4.4%
हालांकि खाद्य उत्पादन और कमोडिटी प्राइसेज़ में नरमी से यह राहत बनी रह सकती है, RBI ने मौसम संबंधी व्यवधानों और वैश्विक टैरिफ में बदलाव को संभावित जोखिम बताया है।
खुदरा महंगाई के आंकड़े आज होंगे जारी
जून महीने के CPI (खुदरा महंगाई) डेटा की घोषणा आज देर शाम तक होने की संभावना है, जिससे आम उपभोक्ताओं पर महंगाई के असर का स्पष्ट संकेत मिलेगा।