थोक महंगाई के मोर्चे पर राहत, दिसंबर में 3.58% की गिरावट

Monday, Jan 15, 2018 - 04:33 PM (IST)

नई दिल्लीः दिसंबर में थोक महंगाई के मोर्चे पर राहत मिलती दिखी है। दालों, तिलहनों, आलू और मोटे अनाजों की कीमतों में नरमी से दिसंबर में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति की दर घटकर 3.58 प्रतिशत पर आ गई, जो तीन महीने का इसका निचला स्तर है। इससे पहले नवंबर 2017 में थोक महंगाई 3.93 प्रतिशत और अक्टूबर में 3.68 प्रतिशत पर रही थी।

दलहनों की कीमतों में गिरावट
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर 2016 की तुलना में दिसंबर 2017 में खाद्य पदार्थों के वर्ग में दालें 34.60 प्रतिशत, गेहूं 8.47 प्रतिशत, आलू 8.40 प्रतिशत, मोटे अनाज तीन प्रतिशत और तिलहन 0.62 प्रतिशत सस्ते हुए हैं। वहीं, प्याज 197.05 फीसदी, सब्जियां 56.46 फीसदी और फल 11.99 फीसदी महंगे हुए हैं। दूध की थोक महंगाई दर 3.85 प्रतिशत रही। खाद्य पदार्थ वर्ग की ओवरऑल महंगाई दर नवंबर के 6.06 प्रतिशत से घटकर दिसंबर में 4.72 प्रतिशत पर आ गई।

रसोई गैस और पेट्रोल के दाम बढ़े
ईंधन एवं बिजली वर्ग की थोक महंगाई दर नवंबर के 8.82 प्रतिशत से बढ़कर दिसंबर में 9.16 प्रतिशत पर पहुंच गई। दिसंबर 2016 की तुलना में रसोई गैस के दाम 21.14 प्रतिशत, डीजल के 12.68 प्रतिशत और पेट्रोल के 8.80 प्रतिशत बढ़े हैं। विनिर्मित उत्पादों की महंगाई दर 2.61 प्रतिशत पर स्थिर रही थी। इस श्रेणी में बेसिक धातुएं एक साल पहले की तुलना में 10.03 प्रतिशत, तंबाकू उत्पाद 6.51 प्रतिशत, इस्पात 6.19 प्रतिशत, परिधान 4.83 प्रतिशत और कागज तथा उसके उत्पाद 3.50 प्रतिशत महंगे हुए हैं। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीने में अप्रैल से दिसंबर तक थोक महंगाई की औसत दर 2.21 प्रतिशत रही है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह दर 3.71 प्रतिशत रही थी। 

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