जब नोटबंदी की खबर सुनते ही , पैट्रोल पंप और ATM मेें लग गई थी लाइनें

Wednesday, Nov 08, 2017 - 11:55 AM (IST)

नई दिल्लीः आज नोटबंदी को पूरा एक साल हो गया है। आज के ही दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 500 और 1000 रुपए के नोटों को बंद कर दिया गया था। पहले पल में लोगों को पी.एम का बातें मजाक ही लगी थी पर इस फैसले ने लोगों की रातों की नींद उड़ा दी। एेलान के बाद लोगों प्रतिक्रियाए एेसे थी मानों दुनियां नए सिरे से शुरु हो गई हो। आमजन को समझ नहीं आया मोदी का ये एेलान सच है या झूठ पर लोगों ने उस पर विश्वास किया और जल्दी से अपना इंतजाम करने लगे।

नोटबंदी के एेलान के बाद ATM पर लगी लंबी लाइने
जैसे ही 8 नवम्बर को मोदी ने एेलान किया कि 500 और 1000 के  नोट आज से बंद है, लोग आस- पास के एटीएम में पहुचना शुरु हो गए पर उन्हें ये समझ नहीं आ रहा थी कि एटीएम से निकले 500 और 1000 को नोटों को वो करेंगे क्या? लोगों ने पैसे निकलवा तो लिए पर परेशानी यहीं थी कि नोट तो चलेंगे नहीं।  फिर भी सब लोगों ने अपने एटीएम खाली कर दिए। कई जगह तो पैसे निकलवाने के चक्कर में बहुत सी लड़ाईयां भी हुई।

पैट्रोल पंप पर भी लगी थी आधी रात लंबी लाइने
लोगों ने नोटबंदी का एेलान होते ही पैट्रोल पंप को घेर लिया। सरकार द्वारा एेलान किया गया था कि पैट्रोल पंप पर पुराने नोट कुछ समय के लिए चलेंगे । तो फिर क्या था 8 नवंबरो को रात 12 बजे तक लोगों ने पैट्रोल पंप पर डेरा जमाई रखा।

बैंको के बाहर मेले जैसा रहा नजारा
नोटबंदी के बोद बैंको की स्थिती एक दम बिगड़ गई। लोगों ने रात को ही बैंको के बाहर सोना शुरु कर दिया। कड़ाके की ठंड में लोगं बैक के मेन गेट तक लाइने लगाई। बैकं के कर्मचारी भी नोटबंदी के बाद दिन रात काम करते नजर आए। लोग घंटों खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए।

मोदी के फैसला सही या गलत?
नोटबंदी का यह फैसला सही है या गलत इसी आज तक लोग समझ नहीं पाए। गरीब लोगों पर ये मार थी पर अमीरों के लिए ये किसी सजा से कम नहीं थी। कालेधन का शिकार हुआ। कई जगहों से लोगों के पास से पैसा पकड़ा गया। धीरे धीरे नए नोटों के चलन में आने से लोगों की परेशानियां कम हो गई। पर आज के दिन लोगों को ये तो जरुर याद कि नोटों के चक्कर में उन्हें कितनी दिक्कतों को सामना करना पड़ा 
 

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