जब रात 8 बजे अचानक PM मोदी ने किया था नोटबंदी का ऐलान, जानें कितना कामयाब रहा यह फैसला

Friday, Nov 08, 2019 - 10:50 AM (IST)

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी का ऐतिहासिक ऐलान किया। जिसके बाद पूरे देश में नोटबंदी के फैसले की चर्चा शुरू हो गई थी। आज नोटबंदी को तीन साल हो गए हैं। आज ही के दिन पीएम मोदी ने करीब रात 8 बजे ऐलान किया था कि मध्य रात्रि से 500 और एक 1000 रुपए के नोट चलन से बाहर हो जाएंगे।

सरकार के पास नहीं कोई आंकड़ा
नोटंबदी की चर्चा आज भी होती है, क्योंकि इससे हर एक भारतीय का सामना हुआ था। सरकार भले ही दावा करे कि नोटबंदी का कदम सही था, लेकिन इसकी सफलता को लेकर कोई पुख्ता आंकड़ा पेश करने में सरकार नाकाम रही है। 2014 के लोकसभा चुनावों में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा के प्रमुख चुनावी वादों में से एक काला धन वापस लाना था। ऐसे में नोटबंदी का कदम एक बड़ा फैसला था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काले धन, भ्रष्टाचार और आतंक से लड़ने के लिए 3 उद्देश्यों को बताया था। एक नोटबंदी से अघोषित संपत्ति का पता चलना, नकली नोटों पर सेंध और ऑनलाइन पेमेंट को बढ़ावा मिलना।

99 फीसदी करंसी बैंक में लौटी
नोटबंदी के बाद लगभग 99 फीसदी करंसी बैंकिंग सिस्टम में वापस लौट आई। नोटबंदी को मंजूरी देने वाले आरबीआई बोर्ड ने कहा था, 'ब्लैक मनी का बड़ा हिस्सा कैश के तौर पर नहीं रहता बल्कि एसेट्स में तब्दील हो जाता है, जैसे सोना या प्रॉपर्टी। ऐसे में इस तरह के कदम का इन संपत्तियों पर असर नहीं होता।'

खत्म नहीं हुई फेक करंसी
आरबीआई बोर्ड ने कहा कि नकली नोट कभी भी बड़ी समस्या नहीं रहे। बोर्ड ने कहा कि 400 करोड़ रुपए की नकली करंसी की बात करें तो इतनी बड़ी इकॉनमी में इसका पर्सेंटेज कोई बहुत ज्यादा नहीं है। यही नहीं नए जारी किए गए 500 रुपए की करंसी के नकली नोट 2018-19 में बड़े पैमाने पर बढ़े हैं। इसके अलावा सरकार ने नए जारी हुए 2000 रुपए के नोटों की छपाई का काम रोक दिया है। आरबीआई का कहना है कि लोग इन नोटों को जमा कर रहे हैं और इससे सर्कुलेशन में कमी आ रही है।

थम गया डिजिटल पेमेंट का अभियान
नोटबंदी के दौरान देश में डिजिटल और कार्ड पेमेंट्स में बड़ा इजाफा हुआ था। लेकिन, अब एक बार फिर से यह ग्रोथ नोटबंदी के पहले वाले स्तर पर पहुंच गई है। यही नहीं अब तक ऐसा कोई आंकड़ा भी सामने नहीं आया है, जिससे टेरर फंडिंग या भ्रष्टाचार में कमी आने की पुष्टि हुई हो।

Supreet Kaur

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