कोरोना वायरस महामारी में वॉरेन बफेट ने निवेशकों को किया आगाह, दिए निवेश के मंत्र

Sunday, May 03, 2020 - 11:44 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः कोरोना वायरस महामारी की वजह से दुनिया भर के शेयर बाजारों में हाहाकार मचा हुआ है। निवेशक अपना बड़ा पैसा गंवा चुके हैं और वे बेहद घबराए हुए हैं। नए निवेशक पैसा लगाने सेे डर रहे हैं। दुनिया के सबसे बड़े निवेशक माने जाने अमेरिकी कारोबारी वॉरेन बफेट की सोच कुछ अलग है। वह बाजार में गिरावट को डर के रूप में नहीं लेते, बल्कि उनका कहना है कि गिरावट हमेशा आगे के लिए निवेश का मौका लाती है। उन्होंने कोरोना वायरस महामारी के बीच अमेरिकी अर्थव्यवस्था के बारे में सकारात्मक रुझान देते हुए निवेशकों को आगाह किया है। जानिए वॉरेन बफे की ऐसी ही गोल्डन टिप्स के बारे में...

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण परेशानी झेल रही वैश्विक अर्थव्यवस्था को देखते हुए जो निवेशक यह सोचते हैं कि अमेरिकी इकॉनमी की हालत बदतर होगी ओर वे इसी के हिसाब से अपने कारोबार की रणनीति बनाएंगे, तो वे आगे गलत साबित होंगे। उन्होंने कहा कि इस तरह की रणनीति के लिए कर्ज लेकर निवेश करने वालों को झटके ही सहने पड़ेंगे।
 
अमेरिका को कोई नहीं रोक सकता
बर्कशायर हैथवे की 55वीं सालाना बैठक को संबोधित करते हुए बफेट ने कहा कि इस समय निवेश का सबसे बढ़िया तरीका एसएंडपी500 में निवेश करना होगा। उन्होंने कहा कि जब उनकी कंपनी बर्कशायर पूरी कंपनी को न खरीदकर बल्कि उसमें हिस्सेदारी खरीदती है तो उन्हें जरा सी भी चिंता नहीं होती। बफेट ने कहा कि वह कोरोना वायरस महामारी के परिणामस्वरूप वृहद स्तर पर आर्थिक संभावनाएं देख रहे हैं लेकिन इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि 'अमेरिका को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता है।'

अमेरिका के खिलाफ न लगाएं दांव
उन्होंने यूएस सिविल वॉर से लेकर महामंदी जैसे कई उदाहरणों का जिक्र करते हुए अमेरिका के इन सबसे निपटने की क्षमता का हवाला दिया। उन्होंने कहा, 'अगर आप भरोसा करते हैं तो अमेरिका को कोई रोक नहीं सकता है। अमेरिका के खिलाफ कभी दांव न लगाएं।' बफेट ने कहा कि जब उन्होंने 1950 में कॉलेज छोड़ा तब से लेकर अब तक अमेरिकी शेयर बाजार ने 1 डॉलर के निवेश पर 100 डॉलर का रिटर्न दिया है।

निवेशकों को निवेश के बेसिक्स को फॉलो करना चाहिए
वॉरेन बफे ने 2017 बर्कशायर हैथवे के शेयरहोल्डर्स को लिखा था कि जब बाजार गिर रहा हो तो निवेशक को खुद को शांत रखना चाहिए और हड़बड़ी में शेयर बेचने का कदम बिल्कुल नहीं उठाना चाहिए। निवेशकों को निवेश के बेसिक्स यानी शेयर खरीदो और लंबे वक्त तक रखो को फॉलो करना चाहिए। गिरावटें आई हैं और आगे भी आएंगी। कोई नहीं बता सकता कि ऐसा कब होगा। इसलिए बाजार पर बारीकी से नजर रखने और घबराने के बजाय खुद को शांत रखते हुए हड़बड़ी न दिखाएं।

अफवाहों पर न दें ध्‍यान
वॉरन बफे ने कहा है कि दूसरे निवेशकों को देखकर बाजार में पैसा नहीं लगाना चाहिए। उनके मुताबिक निवेश तभी करें जब आपको इस बारे में समझ हो। उन्होंने कहा कि अफवाहों पर ध्‍यान नहीं देना चाहिए। शेयर बाजार में अफवाहें बहुत चलती हैं। उनके मुताबिक यह बेहतर है कि अच्छी कंपनी का शेयर फेयर प्राइस पर है तो निवेश किया जाए, न कि फेयर कंपनी का शेयर ज्यादा भाव पर खरीदें।

वॉरेन बफे ने कहा है कि अगर आपको पेड़ की छाया चाहिए तो सालों पहले वह पेड़ लगाना होगा यानी लंबी अवधि का सोचकर ही निवेश करना चाहिए। एक दिन के ट्रेडर बनने की बजाए लंबी अवधि का लक्ष्य लेकर बाजार में आएं। लक्ष्य पूरा होने तक इंतजार करें। उन्होंने बताया है कि संयम रखने से ही पैसा बढ़ता है।

3.75 लाख करोड़ का नुकसान
31 मार्च, 2020 तक बर्कशायर की कुल संपत्ति 137.30 अरब डॉलर (लगभग 11 लाख करोड़ रुपए) की नकदी थी। ओमाहा में मुख्यालय वाली कंपनी ने शनिवार को अपने वित्तीय नतीजे की घोषणा की है, जिसमें उसे 49.75 अरब डॉलर (3.75 लाख करोड़) रुपए का शुद्ध नुकसान हुआ है।

jyoti choudhary

Advertising