आइडिया के साथ विलय की बातचीत के बीच वोडाफोन के CIO ने छोड़ा पद

Saturday, Mar 11, 2017 - 04:41 PM (IST)

नई दिल्लीः वोडाफोन इंडिया के चीफ इन्फर्मेशन ऑफिसर (सी.आई.ओ.) विकास ग्रोवर ने 9 साल से ज्यादा के कार्यकाल के बाद इस्तीफा दे दिया। वोडाफोन के प्रवक्ता ने उनके पद छोड़ने की पुष्टि की। उन्होंने कहा, 'उनकी जगह लेने वाले सही व्यक्ति का चयन कर लिया गया है और जल्द ही पदभार सौंप दिया जाएगा।' इस मामले से वाकिफ एक व्यक्ति ने बताया कि भारती एयरटेल के पूर्व एग्जिक्युटिव मीनाक्षी वाजपेयी ग्रोवर की जगह लेंगी, हालांकि उन्हें सी.आई.ओ. का पद नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वाजपेयी को इन्फ्रास्ट्रक्चर ऐंड आर्किटेक्चर के हेड का पोस्ट मिल सकता है। वाजपेयी से संपर्क नहीं हो सका है।

वाजपेयी का आईटी इंडस्ट्री में 25 वर्षों का बहुआयामी अनुभव है। इस दौरान वह स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया, सैपिएंट कॉर्पोरेशन और पीवीआर जैसे संगठनों में काम कर चुकी हैं। ग्रोवर ने अपना पद तब छोड़ा है जब वोडाफोन ग्रुप अपनी भारतीय इकाई का आइडिया सेल्युलर में विलय की बातचीत कर रही है।

ग्रोवर ने जून 2008 में बतौर टैक्नॉलजी प्लानिंग के वाइस प्रेजिडेंट के रूप में वोडाफोन जॉइन किया था। उन्हें 2016 में एंथनी थॉमस के इस्तीफे के बाद सीआईओ के पद पर प्रमोट किया गया था। तब थॉमस ने जनरल इलेक्ट्रिक (जीई) की भारतीय इकाई के सीईओ का पद संभाला था। ग्रोवर ने वोडाफोन जॉइन करने से पहले एटॉस कंसल्टिंग के प्रिसिंपल कंस्लटैंट के रूप में काम कर चुके हैं। उन्होंने साल 2000 से 2003 तक केपीएमजी के प्रिंसिपल कंसल्टैंट का भी पद संभाला था। इससे पहले ग्रोवर ने साल 1995 से 2000 के बीच टाटा कम्यूनिकेशंज के सीनियर मैनेजर भी रहे थे।

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