Paytm के संस्थापक ने Chinese Apps को बैन किए जाने का किया समर्थन, कहा- ये है भारत की डिजिटल क्रांति

Wednesday, Jul 01, 2020 - 02:02 PM (IST)

नई दिल्लीः डिजिटल पेमेंट एप पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने 59 चीनी एप्स को प्रतिबंधित किए जाने के भारत सरकार के फैसले को साहसिक करार दिया है। उन्होंने इस फैसले को राष्ट्रीय हित में उठाया गया कदम बताया है। भारत सरकार ने सोमवार की शाम को टिकटॉक, शेयर-इट, कैमस्कैनर और लाइकी सहित 59 चीनी एप्स को प्रतिबंधित करने की घोषणा की थी। शर्मा का यह बयान काफी अहम है क्योंकि पेटीएम का परिचालन करने वाले One97 Communications में चीन की अलीबाबा और आंट फाइनेंशियल ने बड़ा निवेश किया है। One97 Communications में अलीबाबा और उससे संबद्ध कंपनियों की 25 फीसदी हिस्सेदारी है।  

विजय शेखर शर्मा की यह टिप्पणी उनके 2015 के एक बयान के एकदम उलट है। तब उन्होंने हिंदी फिल्म के एक डायलॉग का हवाला देते हुए कहा था कि मेरे पास मा है… जैक मा। ऐसे में विजय शेखर शर्मा का यह बयान काफी विरोधाभासी नजर आता है।

शर्मा ने ट्वीट कर कहा है, ''राष्ट्रीय हित में उठाया गया बोल्ड कदम। आत्मनिर्भर एप इकोसिस्टम की तरफ उठाया गया एक कदम। सबसे अच्छे भारतीय उद्यमियों के पास आगे आकर भारतीय द्वारा भारतीयों के लिए सर्वश्रेष्ठ के निर्माण का मौका है। ये है भारत की डिजिटल क्रांति!''

एक अन्य ट्वीट में शर्मा ने कहा है, ''भारतीय होने पर गर्व है। दिल से, दिमाग से और डंके से, भारतीय।'' उन्होंने साथ ही जोर देकर कहा है कि पेटीएम, जोमैटो और अन्य भारतीय कंपनियां हैं। 

पेटीएम के अलावा कई अन्य स्टार्टअप्स में भी अलीबाबा, टेंसेंट समेत कई चीनी कंपनियों ने बड़े पैमाने पर निवेश किया है। ऑनलाइन ग्रॉसर बिगबास्केट, ईकॉमर्स फर्म स्नैपडील, फूड डिलिवरी फर्म जोमैटो और लॉजिस्टिक्स फर्म Xpressbees तक में अलीबाबा ने बड़ा इन्वेस्टमेंट किया है। भारत के स्टार्टअप सिस्टम में चीनी दखल का इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्विगी, Byju से लेकर ओला तक लगभग हर यूनिकॉर्न कंपनी में चीन ने बड़े पैमाने पर निवेश किया है।

बता दें कि 2016 में नोटबंदी के बाद से पेटीएम को देश में काफी चर्चा मिली है और ऑनलाइन पेमेंट के सेक्टर में एक लोकप्रिय ऐप के तौर पर अपना स्थान बनाया है।

jyoti choudhary

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