सेबी ने धन की हेराफेरी मामले में माल्या के खिलाफ जांच तेज की

Sunday, Jul 10, 2016 - 06:33 PM (IST)

नई दिल्लीः बाजार नियामक सेबी ने उद्योगपति विजय माल्या की पूर्व सूचीबद्ध समूह कम्पनियों से अन्य इकाइयों को धन के कथित हेरफेर मामले में अपनी जांच तेज की है। इसके साथ ही सेबी इस मामले को आगे कार्रवाई के लिए गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एस.एफ.आई.आे.) जैसी अन्य एजैंसियों भी भेज रहा है।  

 

एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘हमने यूनाइटेड स्प्रिट्सि (यू.एस.एल.) द्वारा ताजे खुलासे को देखा है। हमने प्रतिभूति बाजार निमयों के संदिग्ध उल्लंघन की पड़ताल शुरू की है।’ अधिकारी ने कहा, ‘माल्या के करीबी तथा विभिन्न सूचीबद्ध समूह कम्पनियों में वरिष्ठ पदों पर आसीन रहे अधिकारी जांच के घेरे में हैं। इसके साथ ही समूह की कुछ कम्पनियों के पूर्व आडिटर भी है।’  

 

अधिकारी कहा कि समूह की कुछ कम्पनियों द्वारा सूचीबद्धता समझौते के उल्लंघन के लिए कार्रवाई पहले ही चल रही है। अधिकारी ने कहा कि धन की हेरफेर के मामले की जांच पड़ताल एस.एफ.आई.आे. द्वारा भी किए जाने की जरूरत है। इसके साथ ही प्रवर्तन निदेशालय (ई.डी.) भी परिदृश्य में आया है क्योंकि एेसा संदेह है कि धन का हेरफेर विदेश स्थित इकाइयों को किया गया। अधिकारी ने कहा कि इस बारे में ब्रिटेन व अमरीका स्थित विदेशी नियामकों से भी मदद मांगी जाएगी जहां माल्या की विदेशी ब्रेवरी फर्म व अन्य उपक्रम हैं। 

 

उल्लेखनीय है कि माल्या व उनकी समूह कम्पनियां किंगफिशर एयरलाइंस द्वारा लिए गए कर्ज के कथित हेरफेर के लिए प्रवर्तन निदेशालय की जांच का पहले ही सामना कर रही हैं। सेबी को धन ईधर-उधर करने में नियमों के उल्लंघन में विदेशी हुंडियों के कथित इस्तेमाल की शिकायतें भी मिली हैं। इस मामले को अलग से देखा जा रहा है।  

 

गौरतलब है कि यूनाइटेड स्प्रिट्सि लिमिटेड (यू.एस.एल.) द्वारा पूर्व प्रवर्तकों द्वारा 1225 करोड़ रुपए के धन की हेरीफेरी का आरोप लगाए जाने के एक दिन बाद उद्योगपति विजय माल्या ने आज इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि सभी सौदे ‘विधिसम्मत व साफ’ थे और कम्पनी अब ‘अनावश्यक आरोप’ लगा रही है। उन्होंने कहा कि डियाजियो ने शेयर खरीदने से पहले देनदारियों व संपत्तियों का विस्तृत अध्ययन किया था और अब इस तरह के आरोप लगाना ‘दुर्भाग्यपूर्ण तथा हैरानी भरा’ हैं। 

 

उल्लेखनीय है कि माल्या की अगुवाई वाले यू.बी. समूह ने यू.एस.एल. में अपनी बहुलांश हिस्सेदारी 2013 में डियाजियो को बेची थी। उल्लेखनीय है कि पहले माल्या के नियंत्र में रही कम्पनी यूनाइटेड स्प्रिट्स लिमिटेड (यू.एस.एल.) ने कल एक नया खुलासा करते हुए कहा कि कम्पनी से 1,225.3 करोड़ रुपए अनुचित लेनदेन माल्या से जुड़ी किंगफिशर एयरलाइंस और उनकी फार्मूला वन टीम सहित विभिन्न कम्पनियों के साथ किया गया। अब यह कम्पनी डियाजियो के नियंत्रण में है। 

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