माल्या ने बताया, आखिर क्यों 2 साल बाद पैसे चुकाने को हुआ तैयार?

Wednesday, Jun 27, 2018 - 01:47 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः सरकारी बैंकों का 9000 करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्ज नहीं चुकाने पर भगौड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने सफाई दी है कि आखिर क्यों 2 साल बाद उसने इस मामले में चुप्पी तोड़ी है। माल्या ने कहा कि वह कर्ज चुकाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं। उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को कर्ज के मामले में अपना पक्ष रखने के लिए 15 अप्रैल, 2016 को पत्र लिखा था, लेकिन दोनों की ओर से कोई जवाब नहीं मिला।  

 

कर्नाटक हाई कोर्ट में दिया आवेदन
ट्वीट के जरिए माल्या ने बताया कि 'कुछ लोग लगातार पूछ रहे हैं कि मैंने इसी वक्त यह बयान क्यों दिया है। मैंने यह बयान इसलिए दिया क्योंकि शराब कंपनी यूनाइटेड ब्रूअरीज होल्डिंग्स लि. (यूबीएचएल) और मैंने माननीय कर्नाटक हाई कोर्ट में 22 जून, 2018 को आवेदन दिया जिसमें हमारे पास उपलब्ध करीब 13,900 करोड़ रुपए की संपत्तियों का ब्योरा है।' माल्या ने लिखा, 'हमने अदालत से न्यायिक देखरेख में ये सभी संपत्तियां बेचने और सरकारी बैंकों समेत तमाम कर्जदाताओं के लोन की रकम वापस करने की अनुमति मांगी है।'


सच्चे दिल से कर्ज चुकाना चाहता है माल्या 
माल्या के अनुसार 'अगर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) या सीबीआई जैसी जांच एजेंसी संपत्तियां बेचने पर आपत्ति दर्ज कराती है तो स्पष्ट हो जाएगा कि बकाया वसूली के इतर मेरी छवि खराब करना इनका एजेंडा है। मैं बैंकों का कर्ज चुकाने के प्रति सच्चे दिल से सारे प्रयास करता रहा हूं। अगर राजनीति से प्रेरित तथ्यों का दखल होगा तो मैं कुछ नहीं कर सकता।'

 

 

 

Supreet Kaur

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