अमेरिका के टैरिफ से भारतीय जेम्स-एंड-ज्वेलरी सेक्टर को बड़ा झटका, 1.5 लाख नौकरियों पर संकट!
punjabkesari.in Monday, Aug 18, 2025 - 11:33 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः अमेरिका के 50% टैरिफ ने भारत के जेम्स-एंड-ज्वेलरी सेक्टर को बड़ा झटका दिया है। हीरा और आभूषण निर्यात में भारी गिरावट से सूरत, जयपुर और मुंबई जैसे प्रमुख केंद्रों में कारोबार प्रभावित हो रहा है। उद्योग से जुड़े संगठन का अनुमान है कि करीब 1.5 लाख नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं और अमेरिका को होने वाला निर्यात 70% तक घट सकता है। भारत अपने हीरे के निर्यात का एक-तिहाई और जड़े हुए गहनों का लगभग आधा हिस्सा अमेरिका भेजता है। टैरिफ बढ़ने से इन उत्पादों की मांग पर सीधा असर पड़ा है।
बेरोजगारी का असरः गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में अब तक करीब 1 लाख लोग अपनी नौकरियां गंवा चुके हैं। इनमें भावनगर, अमरेली और जूनागढ़ के छोटे कारखानों में काम करने वाले लोग शामिल हैं। निर्यात के ऑर्डर कम होने से कई कंपनियां अपना उत्पादन घटा रही हैं और कर्मचारियों को निकाल रही हैं। भारत दुनिया का सबसे बड़ा डायमंड एक्सपोर्टर है। दुनिया के लगभग 90% हीरे भारत में ही प्रोसेस किए जाते हैं। साल 2024-25 में भारत ने अमेरिका को 10 अरब डॉलर के रत्न और आभूषण निर्यात किए थे। इनमें कट और पॉलिश किए हुए हीरे सबसे ज्यादा थे।
निर्यात में गिरावटः रत्न और आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (GJEPC) के चेयरमैन किरीट भंसाली ने कहा कि अमेरिका को होने वाला निर्यात 9.23 अरब डॉलर से घटकर सिर्फ 2.3 अरब डॉलर रह सकता है। सबसे ज्यादा नुकसान पॉलिश किए हुए हीरे और जड़े हुए सोने के गहनों को होगा।
भविष्य की चुनौतीः भंसाली के मुताबिक, शॉर्ट टर्म में अमेरिका को होने वाला निर्यात 70% से ज्यादा घट सकता है और 1.5 लाख नौकरियां खतरे में हैं। उन्होंने बताया कि अगर किसी हीरे की कीमत 1000 रुपए है, तो 50% टैरिफ लगने से अमेरिका में वह 1500 रुपए में बिकेगा, जिससे भारतीय प्रोडक्ट्स की प्रतिस्पर्धा खत्म हो जाएगी।
इंडस्ट्री की मांग
उद्योग जगत ने सरकार से अपील की है कि वह अमेरिका के साथ ट्रेड वार्ता तेज करे और इस सेक्टर को राहत देने के लिए ठोस कदम उठाए। भारत दुनिया का सबसे बड़ा डायमंड एक्सपोर्टर है और वैश्विक स्तर पर लगभग 90% हीरे भारत में प्रोसेस होते हैं। 2024-25 में भारत ने अमेरिका को करीब 10 अरब डॉलर के रत्न और आभूषण निर्यात किए थे।