नमो एप्प विवाद: अमेरिकी कंपनी ने कहा, डेटा को बेचते या किराए पर नहीं देते

Tuesday, Mar 27, 2018 - 05:56 PM (IST)

वॉशिंगटनः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक मोबइल एप्प को लेकर आरोपों का सामना कर रही अमेरिकी कंपनी ने आज सफाई पेश की है। कंपनी पर आरोप है कि उसने बिना उपयोगकर्ताओं की सहमति के मोदी एप्प से उनका व्यक्तिगत डेटा प्राप्त किया। 

कंपनी ने कहा कि वह डेटा को बेचती या किराए पर नहीं देती है। कंपनी के सह- संस्थापक आनंद जैन ने कहा, "प्रकाशक द्वारा उसके पास संग्रहित डेटा तक क्लेवरटैप के कर्मचारियों की कोई पहुंच नहीं है।" उनसे पूछा गया था कि क्या नमो एप्प के जरिए कंपनी की पहुंच उपयोगकर्ताओं की व्यक्तिगत जानकारियों तक है। अमेरिका की 5 साल पुरानी स्टार्टअप कंपनी को एक शोधकर्ताओं के आरोप के कारण आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। 

शोधकर्ता का आरोप है कि मोदी का नमो एप्प नाम, ई-मेल, मोबाइल नंबर, उपकरण की जानकारी और लोकेशन जैसी निजी जानकारियां बिना उपयोगकर्ताओं की सहमति के कंपनी द्वारा नियंत्रित सर्वरों को भेज रहा है। शोधकर्ता इलियट एल्डरसन ने ट्वीट करके खामी उजागर की थी। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि डेटा का इस्तेमाल केवल थर्ड पार्टी एनालिटिक्स के लिए होता है। 

जैन ने कल अपने ब्लाग पोस्ट में बिना नमो एप्प का नाम लिए कहा, "निजता, सुरक्षा और क्लेवरटैप जैसे सेवा प्रदाताओं की भूमिका को लेकर हाल में चल रही चर्चा को लेकर हम सुरक्षा, उपयोगकर्ता की सहमति और डेटा सुरक्षा को लेकर अपना रुख स्पष्ट करना चाहते हैं क्लेवरटैप प्रकाशकों के डेटा के साथ बेचने, साझा करने, किराए पर देने जैसा कोई काम नहीं करती है।"  

Punjab Kesari

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