कैथ लैब की मुरम्मत का क्लेम न देने पर यूनाइटिड इंडिया इंश्योरैंस कम्पनी देगी 36.44 लाख

Monday, Jul 23, 2018 - 11:40 AM (IST)

जालंधरः डिटैक्टर कैथ लैब की मुरम्मत की क्लेम राशि न देना यूनाइटिड इंडिया इंश्योरैंस कम्पनी को महंगा पड़ गया। राज्य उपभोक्ता फोरम ने बीमा कम्पनी को आदेश दिया कि वह शिकायतकर्ता को हर्जाने और बीमा राशि सहित कुल 36.44 लाख रुपए का भुगतान 45 दिनों के अंदर करे। 



क्या है मामला
बठिंडा के हनुमान चौक के पास स्थित ग्लोबल हैल्थकेयर की तरफ से अधिकृत पुनीत त्याल पुत्र अशोक कुमार निवासी गीता स्ट्रीट मानसा ने राज्य उपभोक्ता फोरम में यूनाइटिड इंडिया इंश्योरैंस कम्पनी के खिलाफ 15 दिसम्बर 2017 को शिकायत दर्ज करवाई। शिकायतकर्ता के अनुसार ग्लोबल हैल्थकेयर अस्पताल का पूर्ण बीमा इंडिया इंश्योरैंस कम्पनी से 5 लाख 66 हजार 398 रुपए के सालाना प्रीमियम के साथ करवाया गया था, जो 2 दिसम्बर 2015 से 1 दिसम्बर 2016 तक वैलेड था। 28 सितम्बर 2016 को बीमा अधीन आती डिटैक्टर कैथ लैब मशीन खराब हो गई। निर्माता कम्पनी फिलिप्स इंडिया के सर्विस इंजीनियर ने मशीन की मुरम्मत का खर्चा 78 लाख 29 हजार 500 रुपए बताया और इसकी कुटेशन दे दी परन्तु बीमा कम्पनी के सर्वेक्षक की लापरवाही के कारण 10 महीने बीत जाने के बाद भी बीमे की राशि न मिली। परेशान होकर शिकायतकर्ता ने फोरम का दरवाजा खटखटाया।



यह कहा फोरम ने
फोरम के प्रधान मैंबर गुरबचन सिंह सरन और मैंबर रजिन्द्र कुमार गोयल की बैंच ने मामले को सेवा में कमी का माना। फोरम ने बीमा कम्पनी को आदेश दिया कि वह शिकायतकत्र्ता को मशीन मुरम्मत की बीमा राशि 35.23 लाख रुपए का भुगतान 8 प्रतिशत सालाना ब्याज सहित, मानसिक परेशानी की एवज में 1 लाख रुपए और वाद व्यय के लिए 21,000 रुपए का भुगतान 45 दिनों के अंदर करे। 

jyoti choudhary

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