बैंक यूनियन ने किया RBI के फैसले का विरोध

punjabkesari.in Sunday, Mar 26, 2017 - 11:02 AM (IST)

नई दिल्ली: बैंक अधिकारियों के संगठन अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ (ए.आई.बी.आे.सी.) ने एक अप्रैल तक सभी दिन बैंक शाखाओं को खुला रखने के रिजर्व बैंक के फैसले पर विरोध जताया है।   

रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष की समाप्ति नजदीक आने पर सरकारी कर संग्रह की सुविधा के लिए एक अप्रैल तक बैंकों को अपनी शाखाएं अवकाश के दिन भी खुली रखने को कहा है। ए.आई.बी.आे.सी. ने एक वक्तव्य में कहा है, ‘‘हमारे विचार में वित्त वर्ष की समाप्ति से एक सप्ताह पहले सभी दिन बैंक शाखाओं को खुला रखने की कोई आवश्यकता नहीं है। 25 मार्च से 31 मार्च 2017 के बीच 4 पूर्ण कार्यदिवस उपलब्ध हैं जो कि सरकारी कर संग्रह के लिए काफी हैं। एेसे में बैंकों को अवकाश के दिन भी खोले रखना जरूरी नहीं लगता।’’  

ए.आई.बी.आे.सी. ने रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल को भेजे एक पत्र में कहा है कि केन्द्रीय बैंक की इस अधिसूचना के कारण बैंक कर्मचारी 25 मार्च से एक अप्रैल के बीच पडऩे वाले नवरात्री, उगाडी, गुढी पाढवा और कई अन्य त्यौहार नहीं मना पाएंगे।  अधिकारी संगठन ने पत्र में कहा है, ‘‘यह हमारे सदस्यों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के समान है जिन्होंने नोटबंदी के दौरान काफी दबाव में रहकर काम किया।’’ अधिकारी संगठन ने कहा कि रिजर्व बैंक की देर रात जारी इस अधिसूचना के बारे में कई लोगों को जानकारी ही नहीं है एेसे में देश भर में कई शाखाओं में कर संग्रह शून्य रहा है।  

रिजर्व बैंक ने जारी वक्तव्य में सभी बैंकों को सलाह दी है कि वह सरकारी लेनदेन करने वाली अपनी सभी शाखाओं को सरकारी भुगतान और प्राप्ति की सुविधा के लिए शनिवार, रविवार और सभी अवकाश सहित चालू वित्त वर्ष के शेष सभी दिनों और एक अप्रैल 2017 को खुला रखें। 


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