रेप केस मामले में Uber ने अपने टॉप एग्जिक्युटिव को नौकरी से निकाला

Thursday, Jun 08, 2017 - 04:31 PM (IST)

न्यूयॉर्क: टैक्सी सेवा प्रदाता कंपनी उबर ने अपने उस वरिष्ठ अधिकारी को हटा दिया है, जिसने 2014 में बलात्कार की शिकार हुई 26 वर्षीय एक युवती के मेडिकल रिकॉर्ड को कथित तौर पर हासिल कर लिया था। जानकारी के अनुसार कंपनी के एशिया प्रांत के अध्यक्ष एरिक एलेक्जेंडर को मंगलवार को नौकरी से निकाल दिया गया है ठीक उसी प्रकार से जैसे उन्होंने पिछले कुछ महीनों में अपने 20 कर्मचारियों को उत्पीड़न, भेदभाव और अनुचित व्यवहार के आरोपों पर निकाला।

एरिक ने अन्य अधिकारियों से की रिपोर्ट शेयर 
एलेक्जेंडर ने उस महिला के मेडिकल रिकॉर्ड हासिल कर लिए थे, जिसके साथ उबर चालक शिव कुमार यादव ने दिसंबर 2014 में बलात्कर किया था। सूत्रों के हवाले से कहा गया कि एलेक्जेंडर ने यह मेडिकल रिपोर्ट उबर के सी.ई.ओ. ट्राविस क्लानिक और वरिष्ठ उपाध्यक्ष एमिल माइकल को दिखाई थी। इसके बाद कंपनी के अनेक अधिकारियों को ये रिकॉर्ड दिखाए गए या उसके बारे में बताया गया। इससे रेप पीड़िता की गोपनीयत भंग हो गई।

2014 में हुई थी कैब ड्राइवर को उम्रकैद की सजा
बताते चलें कि 6 दिसंबर, 2014 में हुए रेप की इस वारदात में दोषी कैब ड्राइवर शिवकुमार यादव को उम्रकैद की सजा हुई है। यह वारदात उस वक्त हुई थी, जब प्राइवेट कंपनी में काम करने वाली एक महिला एग्जीक्यूटिव ने एप के जरिए उबर कैब हायर किया था। इसने कैब कंपनियों के काम करने के तरीके और उनके ड्राइवर पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए थे।

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