ट्रेन में अब प्लेट के रंग से होगी खाने की पहचान

Friday, Nov 10, 2017 - 01:47 PM (IST)

नई दिल्लीः ट्रेन में सफर करते समय अब शाकाहारी यात्रियों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। जी हां, अब आप प्लेट के रंग से ही खाने को पहचान जाएंगे। आपको मिली थाली का रंग यदि हरा है तो उसमें शाकाहारी और लाल है तो उसमें मांसाहारी भोजन है। ट्रेनों में बॉयोडिग्रेडेबल प्लेट जो गन्ने के छिल्के से तैयार होती है उसी में खाना परोसा जाएगा। ट्रेनों में जैन खाना यानी बिना लहसन-प्याज का भी खाना मिल रहा है।

प्लेटों के रंग से होगी खाने की पहचान
रेलवे इन दिनों शाकाहारी और मांसाहारी खाना अलग-अलग प्लेट में देने की योजना तैयार कर रहा है। शाकाहारी लोगों को हरे रंग के प्लेट में खाना परोसा जाएगा तो मांसाहारी लोगों को लाल रंग के प्लेट में। खाने में किसी तरह की मक्खी या धूल नहीं पड़े इसके लिए रेलवे विमान में परोसे जाने वाले खाने की तरह ही रैप करके देगा। रेलवे के एक अधिकारी के अनुसार बी.ए.जी.ए.एस.एस.ई. तकनीक से बनाए जाने वाले प्लेट में खाना परोसने की तैयारी में है। यह प्लेट बॉयोडिग्रेडेबल है। इसे गन्ने के छिलके से तैयार किया जाता है। बतौर पॉयलट प्रोजेक्ट इसे सियालदाह शताब्दी ट्रेन में शुरू भी किया गया है। योजना सफल होने पर अन्य ट्रेनों में भी लागू किया जाएगा।

नो टिप्स वाले ड्रेस कोड में दिखेंगे वेंडर
आमतौर पर ट्रेन में खाना देने वाले टिप्स की डिमांड यात्रियों से करते है। इसे ध्यान में रख रेलवे ने वेंडरों के लिए एक ड्रेस तैयार किया है। इस ड्रेस के बाजू पर लिखा है नो टिप्स प्लीज। खाना परोसने वालों को हिदायत भी दी गई है कि वे किसी भी यात्री से खाना खिलाने के बाद टिप नहीं मांगे। बतौर पॉयलट प्रोजेक्ट इसे भी राजधानी ट्रेन में शुरू किया गया है।

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