मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दीपक कोचर पर कसा शिकंजा, 19 सितंबर तक ED की कस्टडी में रहेंगे

Tuesday, Sep 08, 2020 - 05:57 PM (IST)

बिजनेस डेस्क: विशेष पीएमएलए अदालत ने बिजनमैन दीपक कोचर को 19 सितंबर तक ईडी की कस्टडी में भेज दिया गया है। कोचर और उनकी पत्नी ICICI बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और वीडियोकॉन ग्रुप के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत मनी लॉड्रिंग मामले में मुख्य आरोपी हैं। ईडी ने करीब डेढ़ साल पहले केस दर्ज किया था। सोमवार को ईडी ने कोचर को गिरफ्तार किया था।

 


कोचर के वकील विजय अग्रवाल ने कहा कि उनके मुवक्किल को हिरासत में लिए जाने के 24 घंटे के भीतर कोर्ट में पेश नहीं किया गया।। उन्होंने कहा कि कोचर को सोमवार को सुबह साढ़े दस बजे ईडी के मुंबई ऑफिस में जांच के लिए गए और उन्हें मंगलवार को दोपहर करीब साढ़े 12 बजे स्पेशल पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया। ईडी के वकील ने दलील दी कि कोचर को देर शाम 8 बजकर 6 मिनट पर गिरफ्तार किया गया था और उन्हें तय समय के भीतर कोर्ट में पेश किया गया।


जानें पूरा मामला
बता दें कि पूरा मामला वीडियोकॉन ग्रुप को बैंक लोन देने में कथित अनियमितताओं और मनी लांड्रिंग की जांच से जुड़ा है। इस साल जनवरी को ईडी ने चंदा कोचर, दीपक कोचर और उनकी कंपनियों की 78.15 करोड़ रुपए की चल अचल परिसंपत्तियों को भी जब्त कर लिया था। दीपक कोचर की गिरफ्तारी ईडी ने वीडियोकॉन ग्रुप के प्रमुख वेणुगोपाल धूत को आईसीआईसीआई बैंक की ओर से 3250 करोड़ रुपये का लोन दिए जाने के मामले में की है। इस मामले में यह सबसे बड़ी गिरफ्तारी है। 


ईडी आईसीआईसीआई बैंक द्वारा वीडियोकॉन समूह को दिए गए लोन मामले में अनियमितता और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और कई अन्य के खिलाफ जांच कर रही थी। अभी कुछ दिन पहले ही दूत सहित चंदा कोचर और उनके पति के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। वहीं, मामले में चंदा कोचर के देवर से भी पूछताछ की गई थी।

 

rajesh kumar

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