इस बार द. कोरिया में आम निर्यात पर जोर

punjabkesari.in Tuesday, May 30, 2017 - 03:19 PM (IST)

नई दिल्लीः कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण निर्यात विकास निगम (एपीडा) के अध्यक्ष डी के सिंह ने आज कहा कि किसानों की आय में वृद्धि के मद्देनजर इस वर्ष दक्षिण कोरिया को अधिक से अधिक आम के निर्यात का प्रयास किया जा रहा है। सिंह आज यहां राष्ट्रीय कोल्ड चेन सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए दक्षिण कोरिया को आम का प्रीमियम बाजार बताते हुए कहा कि वहां गुणवत्तापूर्ण आम की मांग है। यहां दाग रहित एक आकार के आम की बहुत अधिक मांग है। पिछले साल कोरिया में आम का निर्यात किया गया था। इस वर्ष कोरिया को निर्यात किए जाने वाले आम की गुणवत्ता और उसके पैकेजिंग पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।  

उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया के आम बाजार पर थाईलैंड और फिलीपींस का कब्जा था। अमरीका, ब्रिटेन, जापान, आस्ट्रेलिया, कनाडा, खाडी के देशों तथा कई अन्य देशों को लम्बे समय से आम का निर्यात करता है। उन्होंने कहा कि आम को अधिक दिनों तक ताजा बनाए रखने के लिए उसे 15 -16 डिग्री तापमान पर रखना होता है जो एक चुनौती है।  

सिंह ने कहा कि देश के कृषि योग्य जमीन के 11.5 प्रतिशत क्षेत्र में बागवानी फसलों को लगाया जाता है जो 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस वर्ष अंगूर के निर्यात मे 37 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है लेकिन अमरूद और पपीता के निर्यात के क्षेत्र कुछ खास नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत विश्व में दूध उत्पादन और खपत के मामले में पहले स्थान पर है और फलों के उत्पादन में दूसरे स्थान पर। इन क्षेत्रों में उत्पादकता बढ़ाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण उत्पादों से किसानों को न केवल बेहतर मूल्य मिलेगा बल्कि निर्यात के अधिक अवसर मिलेंगे।

सिंह ने कहा कि किसानों के हितों में उद्योग को उसके साथ मिलकर ही काम करना होगा यह समय का तकाजा है। उन्होंने कहा कि पिछले दस साल के दौरान एपीडा ने 300 कोल्ड चेन की स्थापना में मदद की है लेकिन यह अब भी पर्याप्त नहीं है। 


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