लोन के साथ कर्जदारों को ब्याज दे रहा यह बैंक, ग्राहकों को भरनी होगी कम EMI

Thursday, Sep 19, 2019 - 10:47 AM (IST)

नई दिल्लीः वैश्विक स्तर पर आर्थिक सुस्ती के गहराते संकेतों से दुनिया भर के केन्द्रीय बैंक ब्याज दर में लगातार कमी ला रहे हैं ताकि लोगों को सस्ता कर्ज मिले और वे घर-वाहन व अन्य निजी जरूरतों को पूरा करें लेकिन डेनमार्क के एक बैंक ने तो नकारात्मक ब्याज दर पर घर खरीद के लिए कर्ज देने का प्रस्ताव ग्राहकों को दिया है।

डेनमार्क के तीसरे सबसे बड़े बैंक जिस्के बैंक ने कहा है कि वह 10 साल की अवधि के लिए -0.5 प्रतिशत की दर पर कर्ज देगा। इसका मतलब है कि ग्राहक घर के लिए जितना कर्ज लेंगे उन्हें वह पूरी रकम भी वापस नहीं करनी होगी यानी अगर आपने 10 लाख रुपए का कर्ज लिया है तो आपको 9 लाख 95 हजार रुपए वापस करने होंगे।

स्कैंडेनेविया के नार्डिया बैंक में शून्य ब्याज दर
स्कैंडेनेविया का सबसे बड़ा बैंक नार्डिया बैंक शून्य प्रतिशत के ब्याज पर 20 साल की अवधि के लिए कर्ज देगा। कुछ डेनिश बैंक भी शून्य ब्याज पर कर्ज दे रहे हैं। नार्डिया की गृह वित्त शाखा के विश्लेषक निटॉफ्ट बर्गमैन ने कहा कि उधार लेना इससे सस्ता कभी नहीं रहा, वित्तीय बाजारों में अस्थिरता है। अमरीका-चीन के व्यापार युद्ध, ब्रेग्जिट, ईरान, उत्तर कोरिया जैसे देशों का असर गहरा प्रभाव डाल रहा है। यूरोपीय अर्थव्यवस्था का इंजन जर्मनी भी डगमगा रहा है। बैंक मानने लगे हैं कि कर्ज डूबने से अच्छा है कि कुछ नुक्सान के साथ कारोबार हो।

अमरीका में भी मांग उठी
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी कह दिया है कि उनके देश को भी शून्य ब्याज पर कर्ज देने की जरूरत है। ट्रम्प ने ट्वीट किया कि फैडरल रिजर्व ब्याज दर शून्य या उससे कम स्तर पर लाए। दुनिया भर के बैंक अपने केंद्रीय बैंक के पास पूंजी रखकर ब्याज कमाते हैं। वे खुदरा कर्ज से भी कमाई करते हैं। केंद्रीय बैंक नकारात्मक ब्याज दर अपनाता है तो बैंक पूंजी जमा रखने की बजाय ज्यादा कर्ज बांटेंगे।

Supreet Kaur

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