1 फरवरी से बदल चुके हैं आपकी इंश्योरेंस पॉलिसी से जुड़े ये बड़े नियम

Tuesday, Feb 04, 2020 - 05:37 PM (IST)

नई दिल्लीः इंश्योरेंस रेग्युलेटर IRDAI की ओर से जारी नए नियम 1 फरवरी 2020 से लागू हो गए हैं। नए नियमों के तहत मोर्टेलिटी चार्ज घटा दिए गए हैं। इससे यूलिप यानी यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान्स (ULIP) और ट्रडिशनल लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी कराने वालों को ज्यादा मुनाफा होगा। साथ ही इंश्योरेंस कंपनियों से लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी का रिवाइवल टाइम पीरियड बढ़ाने के लिए कहा गया है। अगर आसान शब्दों में कहें तो किसी वजह से ULIP इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रीमियम नहीं चुकाने पर कंपनियां 2 साल में पॉलिसी को बंद कर देती थी लेकिन अब ग्राहकों को इसके लिए तीन साल का समय मिलेगा। वहीं, नॉन लिंक्ड इंश्योरेंस प्रॉडक्ट्स के लिए रिवाइवल पीरियड अब पांच साल कर दिया गया है। आपको बता दें कि नए नियम LIC समेत देश की सभी कंपनियों की पॉलिसी पर लागू होंगे।

1 फरवरी 2020 से बदलें नियम, अब इंश्योरेंस पॉलिसी पर मिलेगा ज्यादा मुनाफा

  • यूलिप में सम अश्योर्ड प्रीमियम पेमेंट को 10 गुना से घटाकर 7 गुना कर दिया गया है। इससे पहले 45 साल से ज्यादा उम्र के ULIP खरीदारों को सालाना प्रीमियम के 10 गुना से कम सम अश्योर्ड ऑफर किया जाता था।
  • सम अश्योर्ड कम होने से रिटर्न बेहतर होगा क्योंकि अब मोर्टेलिटी चार्ज कम कटेगा। हालांकि सालाना प्रीमियम के 10 गुना से कम सम अश्योर्ड होने पर टैक्स बेनिफिट नहीं मिल पाएंगे।
  • अब आप उन्हीं पॉलिसी पर टैक्स बेनिफिट ले पाएंगे, जिनमें सम अश्योर्ड सालाना प्रीमियम का 10 गुना या ज्यादा होगा।
  • अगर आसान शब्दों में समझें तो मान लीजिए 30 साल का कोई व्‍यक्ति 10 साल तक सालाना 12,000 रुपए का प्रीमियम देता है तो उसे 1.2 लाख रुपए का जीवन बीमा कवर मिलेगा। दूसरी तरफ, अगर वही व्‍यक्ति 11,500 रुपए का भुगतान टर्म इंश्‍योरेंस के लिए करता है तो उसे 10 साल के लिए 1.5 करोड़ रुपए का कवर मिल सकता है।
  • अंतर सिर्फ इतना हैं कि यूलिप के तहत 8 फीसदी के हिसाब से उसे कुछ रिटर्न मिलेगा जो तकरीबन 1.7 लाख रुपए का होगा जबकि, टर्म इंश्‍योरेंस के मामले में उसे रिटर्न कुछ नहीं मिलेगा।
     

jyoti choudhary

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