ऐतिहासिक हफ्ता, थोड़ा और सब्र करें निवेशक

Saturday, Mar 14, 2020 - 11:27 AM (IST)

बिजनेस डेस्क: इस हफ्ते शेयर बाजार में फिर बहुत नुक्सान हुआ। बाजार बहुत गिरा और फिर थोड़ा-सा चढ़ गया। हम अभी भी कहते हैं कि शेयर बाजार में बहुत रिस्क है। ऐसा लग सकता है कि शुक्रवार को बाजार बहुत चढ़ गया और यह गिरावट यहां समाप्त हुई मगर निवेशकों को थोड़ा और सब्र करना होगा। जब पूरे हफ्ते का गणित पढ़ें तो नुक्सान ज्यादा था और चढ़ाव कम। शॉर्ट टर्म में ट्रेड करने वालों को इस समय बहुत अवसर मिलेंगे मगर इसे आसान न समझें। कभी प्रॉफिट होगा कभी लॉस। एक छोटे प्रॉफिट को देख कर अपनी ट्रेडिंग की रकम को बढ़ाना मतलब रिस्क ज्यादा लेना। यदि काम में बहुत ज्यादा कुशलता है तो ही करें। नए निवेशक को यह रिस्क नहीं लेना चाहिए। पहले बाजार को परखना सीखें।

 

पैसा तभी लगाएं जब रिस्क रिवॉर्ड का अनुपात हमारे पक्ष में हो
लॉन्ग टर्म निवेशक को आज बहुत सब्र रखना होगा। अगर बाजार चढ़ा तो ऐसा लगेगा कि सस्ते में मिलता खजाना छूट गया। शायद यह सच भी हो और शायद साल बाद पछतावा भी हो मगर जैसे हमने पिछले हफ्ते कहा था, यह पछतावा मंजूर है, मगर आज का रिस्क मंजूर नहीं। पिछले हफ्ते की गिरावट याद रखें। पैसा तभी लगाएं जब रिस्क रिवॉर्ड का अनुपात हमारे पक्ष में हो। आज भी हमें कैश पसंद है। चाहे फायदा न हो, मगर नुक्सान से बचें। न स्टॉक, न बान्ड, न डॉलर, न येन, न सोना आज हम बाजार की हलचल को जांचना-परखना चाहते हैं। थोड़ा पैसा बनाने का अवसर न भी फले, हम चाहते हैं चैन की नींद सोएं। आज ठंडा दिमाग ज्यादा काम आएगा।

 

ऐसा क्यों?
वित्तीय बाजार और कमोडिटी बाजार से वातावरण समझें। डॉलर और येन को देखते समझ आता है कि विदेशी हमारे भारतीय रुपए का रिस्क नहीं उठाना चाहते। तेल और ताम्बा को देखें तो पूरी दुनिया की डिमांड का अंदाजा ढीला पड़ जाता है। भारतीय सरकार के बान्ड की कीमत भी इतनी ज्यादा पिछले 12 सालों में (2008) नहीं मिली। यह पैसा सेफ रखने की तरकीब है : न ज्यादा रिस्क, न ज्यादा रिटर्न। शेयर बाजार का उतार-चढ़ाव तो लगा रहेगा। हमें आज निवेश करने के संकेत नहीं दिखते।

vasudha

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