लगातार 5वें दिन टूटा शेयर बाजार, निवेशकों के डूबे 10.5 लाख करोड़ रुपए

Monday, Jan 24, 2022 - 04:31 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः बाजार लागातार 5वें दिन गिरावट के साथ बंद हुआ है। सेंसेक्स 1545.67 अंक यानी 2.62 फीसदी टूटकर 57,491.51 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 468.05 अंक यानी 2.66 फीसदी गिरकर 17,149.10 के स्तर पर बंद हुआ। इस वजह से निवेशकों के 10.5 लाख करोड़ रुपए डूब गए। शुक्रवार को मार्केट कैप 270 लाख करोड़ रुपए था जो आज 260.44 लाख करोड़ रुपए रहा।

आज के कारोबार में BSE के सभी सेक्टर इंडेक्स में बिकवाली देखने को मिली। इंट्रा-डे में निफ्टी 17,000 के नीचे फिसला लेकिन फिर इसमें हल्की रिकवरी आई और यह अंत में 17100 के ऊपर बंद होने में कामयाब रहा। आज के कारोबार में रियल्टी, मेटल, IT इंडेक्स सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली। आज के कारोबार में रुपया 14 पैसे कमजोर होकर 74.56 के स्तर पर बंद हुआ।

दिग्गज शेयरों के साथ ही आज छोटे-मझोले शेयरों में भी भारी बिकवाली देखने को मिली। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 3.93 फीसदी टूटकर 23,970.71 के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं स्मॉलकैप इंडेक्स 4.42 अंक गिरकर 28,642.29 के स्तर पर बंद हुआ।
 

पांच दिनों की गिरावट पर नजर 
गौरतलब है कि भारतीय शेयर बाजार में लगातार पांच दिनों से गिरावट का सिलसिला जारी है। सप्ताह के पहले दिन सोमवार को शेयर बाजार में आई गिरावट इन पांच दिन में सबसे ज्यादा है। बीते दिनों में बंबई स्टॉक एक्सचेंज के सूचकांक सेंसेक्स में आई गिरावट के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो पिछले मंगलवार को इसमें 554, बुधवार को 656, गुरुवार को 634 और शुक्रवार को 427 अंक की गिरावट देखने को मिली थी। आज सेंसेक्स सूचकांक के सभी 30 शेयर दिनभर लाल निशान पर कारोबार करते हुए नजर आए। कारोबार के दौरान नायका, जोमैटो और पेटीएम जैसी कंपनियों के शेयर सबसे ज्यादा टूटने वाले शेयरों में शीर्ष पर रहे। 

इन कारणों से आई बाजार में गिरावट

ग्लोबल बाजारों में हो रही बिकवाली
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों में बढ़त की संभावना ने पूरी दुनिया में बिकवाली का दबाव बढ़ा दिया है। यूएस फेड की अगली पॉलिसी मीट 25-26 जनवरी को होगी। एनालिस्ट को उम्मीद है कि 2022 में महंगाई में बढ़त की वजह से फेड की पॉलिसी में कड़ाई आएगी। इस साल फेड चार रेट हाइक लेगा। 21 जनवरी को खत्म हुआ हफ्ता अमेरिकी स्टॉक इंडेक्सों के लिए अब तक का सबसे बुरा हफ्ता रहा है। ब्याज दरों में बढ़ोतरी का भूत बाजार पर हावी दिखा।

औंधे मुंह गिरे टेक स्टॉक
पिछले कुछ महीनों के दौरान भारी वैल्यूएशन पर शेयर बाजार में लिस्ट हुए नए जमाने के टेक्नोलॉजी स्टॉक में जोरदार गिरावट देखने को मिली है। जिससे निवेशकों के सेंटिमेंट पर गहरी मार पड़ी है। खुदरा और हाई नेटवर्थ वाले निवेशकों ने इन स्टॉक्स पर भारी दांव लगाया था और अब उनको इनसे भारी झटका लगा है। यूएस फेड द्वारा इस साल कई बार ब्याज दर बढ़ाने की संभावना से इन शेयरों को सबसे ज्यादा झटका लगा है। पूरी दुनिया में और खासकर अमेरिका में टेक सेक्टर भारी दबाव में है।

भारतीय बाजार पर नजर डालें तो पेटीएम की पेरेंट कंपनी One97 Communications,CarTrade, PB Fintech, और Fino Payments Bank अपने लिस्टिंग प्राइस से 10-50 फीसदी फिसल गए हैं। इसी तरह Zomato और नायका की पैरेंट कंपनी FSN E-commerce लिस्टिंग के बाद के अपने हाई से 21 फीसदी टूट गए हैं।

कोविड के बढ़ते मामले
भारत में कोविड मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। पिछले कुछ दिनों से 3 लाख केस से ऊपर बने हुए हैं। इसके चलते भी बाजार में चिंता बनी हुई है। तमाम राज्यों ने या तो प्रतिबंध बढ़ा दिए हैं या प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। एनालिस्ट का मानना है कि इससे नियर टर्म में इकोनॉमी गतिविधियों पर असर पड़ सकता है।

बढ़ती लागत से कंपनी के कमाई पर पड़ा असर
तीसरी तिमाही के नतीजों के शुरुआती रुझान से साफ है कि बढ़ता उत्पादन लागत खेल बिगाड़ने वाला साबित हो रहा है। इसकी वजह से एक और तिमाही में कंपनी के प्रॉफिट मार्जिन पर मार पड़ती दिखी है। हालांकि कंपनियों की आय उम्मीद के आसपास ही रही है। एनालिस्ट का मानना है कि कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी और क्रूड ऑयल के भाव में बढ़त वर्तमान तिमाही में भी कंपनियों के मार्जिन पर दबाव देखने को मिलेगा।

मांग में कमजोरी
फेस्टिव सीजन में भी बाजार की मांग में बढ़ोतरी देखने को नहीं मिली। बढ़ती महंगाई, बेमौसम बरसात की वजह से खरीफ के मौसम की देर से हुई कटाई और कोविड के दूसरी लहर की मार की वजह से तीसरी तिमाही के दौरान डिमांड पर निगेटिव असर देखने को मिला।
 

jyoti choudhary

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