सरकार की लोक लेखा पद्धति की प्रतिबद्धता पर न उठे सवालः जेटली

Friday, Mar 02, 2018 - 10:01 AM (IST)

नई दिल्लीः केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि देश की लोक-वित्त की स्थिति की जानकारी देने वाले सरकार के सिविल लेखा विभाग से जरा सी भी भूल की अपेक्षा नहीं की जाती क्योंकि विभाग के काम के साथ एक पवित्रता जुड़ी है। वे यहां 42वें लोक लेखा दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि लोक लेखा ऐसा विभाग है जिसके काम में किसी गलती की अपेक्षा नहीं की जा सकती। इसकी एक सुचिता है। इस अवसर पर वित्त मंत्री जेटली ने सभी सरकारी कर्मचारियों के पेंशन की पूरी प्रक्रिया को इलेक्ट्रानिक प्रणाली पर आधारित करने के लिए लोक वित्त प्रबंध प्रणाली (पीएफएमएस) का एक केंद्रीयकृत जीपीएफ माड्यूल तथा ईपीएफओ मोड्यूल चालू किया।

उन्होंने कहा कि लेखा में कोई गलती नहीं होनी चाहिए क्योंकि सरकार सार्वजनिक वित्त की स्थिति से राष्ट्र को अवगत कराती है। इस काम की गरिमा महत्वपूर्ण है तथा इसमें उच्च दर्जे की कुशलता होती है जो सरकार की निष्ठा बढ़ाती है। वित्त मंत्री ने कहा कि लेखा प्रणाली पर कभी सवाल नहीं उठने चाहिए तथा उन्हें खुशी है कि वर्षों से लेखा प्रणाली तथा संगठन की गरिमा तथा विश्वसनीयता कायम है।       

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