68,000 डॉलर से पार पहुंची Bitcoin की कीमत, एक दिन में हुई 2 लाख रुपए महंगी

Tuesday, Nov 09, 2021 - 11:25 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है। दुनिया की सबसे पुरानी, सबसे लोकप्रिय और सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन मंगलवार को करीब 4 फीसदी तेजी के साथ नए रिकॉर्ड पर पहुंच गई। क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स के मुताबिक सुबह सवा 10 बजे यह 3.87 फीसदी की तेजी के साथ 68,295 डॉलर यानी 54,07780 रुपए पर ट्रेड कर रही थी। यह इसका नया रिकॉर्ड है। इससे पहले इसी साल 20 अक्टूबर को यह 67,000 डॉलर के करीब पहुंची थी। इसके तीन हफ्ते बाद इसने नया रिकॉर्ड छू लिया है।

मंगलवार को बिटकॉइन की कीमत में करीब 2700 डॉलर यानी 2 लाख रुपए की तेजी आई। इस बीच दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम भी नए रिकॉर्ड पर पहुंच गई है। वजीरएक्स के मुताबिक यह 1.20 फीसदी की तेजी के साथ 4802 डॉलर यानी करीब 3,80,524 रुपए पर ट्रेड कर रही थी। इसने पहली बार 4800 डॉलर का स्तर पार किया है। अक्टूबर की शुरुआत से यह 59 फीसदी चढ़ चुकी है जबकि इस दौरान बिटकॉइन की कीमत में 51 फीसदी तेजी आई है।

मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर के पार
बिटकॉइन और ईथर के अलावा Binance Coin और Solana की कीमतों में भी आज तेजी दिख रही है। पिछले 7 दिन में इनकी कीमत में 20 फीसदी से अधिक तेजी आ चुकी है। कुल मिलाकर दुनिया की 7 सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसीजी में पिछले एक हफ्ते में काफी तेजी आई है। इसके साथ ही क्रिप्टोकरेंसीज का कुल मार्केट पहली बार 3 ट्रिलियन डॉलर के पार चला गया है।

अप्रैल में 64 हजार के पार थी कीमत
बिटकॉइन की अभी तक की सबसे ज्यादा कीमत अप्रैल 2021 में थी। उस समय बिटकॉइन 64,889 डॉलर पर कारोबार कर रही थी। उसके बाद इस करेंसी में भारी गिरावट आई थी। इससे बिटकॉइन की कीमत 30 हजार डॉलर तक पहुंच गई थी। जानकारों का मानना है कि बहुत जल्द बिटकॉइन की कीमत एक लाख डॉलर के आंकड़े को पार कर सकती है।

ज्यादातर विश्लेषक निवेशकों को क्रिप्टो को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करने की सलाह दे रहे हैं और इसे भी एक असेट क्लास के रूप में बता रहे हैं। भारत में क्रिप्टो का बाजार 2030 तक 241 मिलियन डॉलर होने की उम्मीद है। दुनिया भर में 2.3 अरब डॉलर का बाजार 2026 तक हो सकता है।

भारत में 1.5 करोड़ क्रिप्टो के निवेशक
नैस्कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में क्रिप्टो के सेगमेंट में निवेशकों की संख्या 1.5 करोड़ है। बिटकॉइन की तेजी का प्रमुख कारण यह है कि अमेरिका ने बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) लॉन्च कर दिया है। इससे पहले अलसल्वाडोर नामक देश ने बिटकॉइन को कानूनी मान्यता दे दी थी। जुलाई में बिटकॉइन की कीमत 32 हजार से भी नीचे पहुंच गई थी। यानी अप्रैल के भाव से इसमें 50% की गिरावट आई थी। जबकि जुलाई की तुलना में अब बिटकॉइन की कीमत 100% से भी ज्यादा बढ़ गई है।


 

jyoti choudhary

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