''नया मैनेजमेंट स्ट्रक्चर जल्द ही कमान संभाल लेगा''- रतन टाटा

Wednesday, Nov 02, 2016 - 11:49 AM (IST)

नई दिल्लीः कंपनी के एक करीबी सूत्र ने बताया कि अंतरिम चेयरमैन के तौर पर ग्रुप की कमान संभाल रहे रतन टाटा आने वाले दिनों में 6,60,000 करोड़ रुपए की पूंजी वाले इस बड़े ग्रुप के शीर्ष प्रबंधन में बदलाव कर सकते हैं। सायरस मिस्त्री को टाटा संस के चेयरमैन के पद से अचानक हटाए जाने के बाद ग्रुप की जिम्मेदारी संभाल रहे रतन टाटा अगले कुछ ही दिनों में टॉप मैनेजमेंट का पुनर्गठन कर सकते हैं। 

रतन टाटा ने सायरस मिस्त्री के नेतृत्व वाले ग्रुप एग्जिक्यूटिव काउंसिल को भी भंग कर दिया था। नए प्रबंधन की नींव उस वक्त ही पड़ गई थी,जब रतन टाटा ने पिछले सप्ताह सायरस मिस्त्री को चेयरमैन के पद से हटाकर खुद कमान संभाल ली थी। मिस्त्री को पद से हटाए जाने के दिन ही रतन टाटा ने एंप्लॉयीज के नाम लिखे पत्र में कहा था, 'नया मैनेजमेंट स्ट्रक्चर जल्द ही कमान संभाल लेगा।' सूत्र ने बताया, 'टाटा ने पत्र में जिस नए मैनेजमेंट स्ट्रक्चर की बात की थी, वह लगभग तय किया जा चुका है।' सूत्र ने बताया कि स्ट्रक्चर के बारे में विस्तार से चर्चा हो रही है और मैनेजमेंट में शामिल किए जाने वाले लोगों के नाम फाइनल किए जा रहे हैं।

हालांकि टाटा संस के प्रवक्ता ने ऐसे किसी घटनाक्रम के बारे में कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। चार साल बाद अचानक अंतरिम चेयरमैन के तौर पर ग्रुप की कमान संभालने के बाद मैनेजमेंट में बदलाव कर रतन टाटा पहला कोई बड़ा फैसला लेंगे। मिस्त्री की एडवायजरी काउंसिल में शामिल कुल 5 लोगों में से मुकुंद राजन और हरीश भट को टाटा बरकरार रख सकते हैं। इसके अलावा मिस्त्री की काउंसिल के अन्य तीन लोगों चीफ ऑफ ह्यूमन रिसोर्स (CHRO) एन एस राजन, बिजनेस डेवलपमेंट ऑफिसर मधु कन्नन, स्ट्रैटजिस्ट निर्मल्या कुमार ने पहले ही इस्तीफा दे दिया है।

सूत्र के मुताबिक सिंगापुर की एयरलाइंस के साथ जॉइंट वेंचर में चलने वाली टाटा की कंपनी व्हिस्टारा के चेयरमैन रहे प्रसाद मेनन को टॉप मैनेजमेंट का हिस्सा बनाया जा सकता है। यही नहीं मंगलवार को यह भी चर्चा में रहा कि टीसीएस के पूर्व वाइस चेयरमैन एस. रामादुरई को ग्रुप के चेयरमैन की जिम्मेदारी दी जा सकती है।

Advertising