बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर भी कोविड-19 का असर, रेल मंत्री ने दिए ये संकेत

Sunday, Jul 12, 2020 - 01:03 PM (IST)

नई दिल्लीः रेल मंत्री पीयूष गोयल ने संकेत दिया कि मुंबई और अहमदाबाद के बीच महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना के वित्तीय पहलू की समीक्षा की जा रही है क्योंकि कोविड-19 महामारी के बाद ‘खर्च में किफायत’ बरतनी होगी। उन्होंने इंडिया ग्लोबल वीक में कहा कि रेलवे इन परियोजनाओं के लिए प्रतिबद्ध है और हम इसके लिए योजनाओं और लागत को अंतिम रूप देने के स्तर पर हैं। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से कोविड-19 ने बुलेट ट्रेन के संबंध में हमारी महत्वाकांक्षाओं को थोड़ा सा प्रभावित किया है और हम कोविड-19 के बाद की दुनिया में परियोजनाओं पर फिर से विचार कर रहे हैं और इसमें लागत में कटौती शामिल है।

सूत्रों ने बताया कि परियोजना की लागत को कम करने के लिए भारत की उच्चस्तरीय इंजीनियरिंग कौशल वाली कंपनियों की मदद लेने के बारे में जापान के साथ बातचीत चल रही है। गोयल ने आगे कहा कि सरकार खनन, बैंकिंग और पूंजी बाजार जैसे विभिन्न क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए नए नीतिगत सुधारों पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार घरेलू मंजूरी और नौकरशाही प्रक्रियाओं को सरल बनाने पर विचार कर रही है ताकि उद्योग के लिए कामकाज करना आसान हो सके।

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय रेलवे के सौ फीसदी विद्युतीकरण को मंजूरी प्रदान कर दी है। गोयल ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने भारतीय रेल के सौ फीसद विद्युतीकरण के कार्यक्रम को मंजूरी प्रदान कर दी है। भारत में 1,20,000 ट्रैक किमी के सौ फीसदी विद्युतीकरण वाली हम दुनिया की सबसे बड़ी रेलवे होंगे।

गोयल ने कहा, हमें उम्मीद है कि 2030 तक हम कुल जीरो उत्सर्जन के साथ दुनिया की सौ फीसद ग्रीन रेलवे होंगे। गोयल ने कहा, 'इस बात के स्पष्ट संकेत हैं कि भारत काम में फिर जुटने की राह पर है। हमने हमेशा तेजी से वापस रफ्तार पकड़ने की क्षमता दिखाई है। ऐतिहासिक तौर पर भारत ने कई चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन हमारे पास हमेशा ही तेजी से वापस काम में जुटने का लचीलापन था।

jyoti choudhary

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