साइबर फ्रॉड से देश को हुआ 25 हजार करोड़ का नुकसान, बीते साल 28% बढ़े मामले

Friday, Jun 11, 2021 - 11:57 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः कोरोना काल में डिजिटल ट्रांजेक्शन का चलन बढ़ने के साथ ऐसे लेन-देनों में धोखाधड़ी के केस भी 28 फीसदी तक बढ़े हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश को पिछले साल साइबर फ्रॉड की घटनाओं से करीब 25 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। बीते वित्त वर्ष देश में साइबर फ्रॉड से सबसे अधिक 6-7 हजार करोड़ रुपए का नुकसान दिल्ली को हुआ। इसके बाद मुंबई (5-6 हजार करोड़) और गुजरात (4-5 हजार करोड़) क्रमश दूसरे और तीसरे नंबर पर हैं। ग्लोबल इन्फॉर्मेशन कंपनी ट्रांसयूनियन की एक रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई है।

रिपोर्ट के मुताबिक इंटेलिजेंस आधारित बिजनेस के लेन-देन में सबसे अधिक साइबर फ्रॉड हुए हैं। भारत में सर्वाधिक नुकसान लॉजिस्टिक सेक्टर में लगी है। इस सेक्टर में डिजिटल फ्रॉड सबसे अधिक 224 फीसदी बढ़ा है। इन्फॉर्मेशन सर्विसेज कंपनी एक्सपीरियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कोविड-19 महामारी के दौरान कारोबारी जगत ने 46 प्रतिशत ज्यादा साइबर फ्रॉड की चुनौती देखी।

कोरोनाकाल में बढ़े ऑनलाइन फ्रॉड
कोरोना संकट के चलते लोगों ने ऑनलाइन खरीदारी को प्राथमिकता दी। इस सहज वृद्धि के साथ साइबर फ्रॉड के केस भी कई गुना बढ़ गए। कोरोना से पहले कुल साइबर फ्रॉड में ऑनलाइन खरीदारी से जुड़े फ्रॉड की हिस्सेदारी 5 से 7 फीसदी थी, जो अब बढ़ कर करीब 20 फीसदी हो गई है।

इस तरह धोखाधड़ी को अंजाम देते हैं साइबर ठग

  • साइबर ठग लॉजिस्टिक को सबसे अधिक निशाना बना रहे हैं। ओरिजनल ऑर्डर को जाली ऑर्डर में बदल देते हैं।
  • सोशल मीडिया पर तमाम प्रोडक्ट्स पर भारी छूट का लालच देकर ग्राहकों से बैंक डिटेल लेकर फ्रॉड करते हैं।
  • मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को प्रोडक्ट मैथड की चोरी और गुणवत्ता में बदलाव का सामना पड़ रहा है।
  • फार्मास्युटिकल सेक्टर भी लगातार हो रहे साइबर हमलों से परेशान है। यहां साइबर ठग दवाओं के पेमेंट चुरा लेते हैं।
     

jyoti choudhary

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