TGBL के नए हेड का मिस्त्री पर वार, चैयरमेन के पद से हटाए जाने को बताया वैध

Thursday, Nov 17, 2016 - 01:02 PM (IST)

नई दिल्ली: टाटा ग्रुप की अंदरूनी जंग थमती नहीं दिख रही है। रतन टाटा और सायरस मिस्त्री के बीच जारी वाद विवाद के दौर में अब टाटा ग्लोबल बेवरेज लिमिटेड (टी.जी.बी.एल.) के नए हेड हरीश भट्ट ने मिस्त्री पर जुबानी हमला कर दिया है। भट्ट ने कहा कि प्राइमरी प्रमोटर्स से विरोधाभास के चलते सायरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटाए जाने का फैसला किया गया।

मिस्त्री को हटाने को बताया वैध
हरीश भट्ट ने कहा कि प्राइमरी प्रमोटर्स से मिस्त्री का विरोधाभास कंपनी के भविष्य के लिए बहुत बड़ा खतरा हो सकता था। जहां तक बात उनके हटाए जाने की प्रक्रिया की है तो वह पूरी तरह न्याय संगत और कंपनी अधिनियम के तहत थी।

टाटा ग्लोबल बेवरेज से हटाए गए थे मिस्त्री
गौरतलब है कि बीते 24 अक्टूबर को टाटा ग्रुप के चेयरमैन पद से हटाए जाने के बाद मिस्त्री को टी.सी.एस. और टाटा ग्लोेबल बेवरेज लिमिटेड के चेयरमैन पद से भी हटाया जा चुका है। भट्ट का कहना है कि मंगलवार को बोर्ड मीटिंग में मिस्त्री को हटाए जाने के लिए जो रीजॉल्यूशन था, उसमें 7:3 के अनुपात में वोट पड़े। कुल 7 लोग उन्हें हटाए जाने के पक्ष में जबकि, सिर्फ 3 ही उन्हें पद पर बनाए रखने में विश्वास रखते थे। भट्ट के अनुसार उन्हें भी यह यकीन था कि मिस्त्री टीजीबीएल की प्रमोटर्स कंपनियों के विरोधी थे, जिनमें टाटा संस सबसे बड़ी कंपनी है।

हरीश भट्ट ने बताए मिस्त्री को हटाने के कारण
टी.जी.बी.एल. के नए हेड ने बताया कि मिस्त्री और प्राइमरी प्रमोटर्स के बीच के रिश्तों का असर कंपनी के प्रदर्शन पर पड़ता। इससे यह होता कि छोटे प्रमोटर्स भी कंपनी में विश्वास खोने लगते साथ ही टाटा की छवि को भी धक्का लगता। इन्हीं सब बातों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया।

Advertising