देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस को अक्टूबर में 70 लाख का फायदा, 1 दिन में कमाए 17.50 लाख रुपए

punjabkesari.in Monday, Nov 11, 2019 - 09:59 AM (IST)

नई दिल्लीः भारतीय रेल की पहली प्राइवेट रेलगाड़ी तेजस को अपने परिचालन के पहले महीने अक्टूबर में 70 लाख रुपए का फायदा हुआ। सूत्रों के अनुसार इस दौरान इस गाड़ी को टिकट की बिक्री से करीब 3.70 करोड़ रुपए की आय हुई। यह रेलगाड़ी लखनऊ-दिल्ली मार्ग पर चलाई जा रही है। इसका परिचालन ऑनलाइन टिकट, भोजन और पर्यटन संबंधी सुविधाएं देने वाली रेलवे की कंपनी आईआरसीटीसी कर रही है।
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हफ्ते में 6 दिन चलती है ट्रेन
सरकार ने रेलवे में सुधार के लिए 50 स्टेशनों को विश्वस्तरीय बनाने और रेलवे नेटवर्क पर 150 यात्री रेलगाड़ियों का परिचालन ठेका निजी इकाइयों को देने का लक्ष्य रखा है। तेजस एक्सप्रेस इसी योजना का हिस्सा है। यह गाड़ी अक्टूबर में पांच से 28 अक्टूबर तक 21 दिन चलाई गई। इसकी सेवा सप्ताह में छह दिन है।
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प्रतिदिन कमाए 17.50 लाख रुपए 
सूत्रों के अनुसार इस दौरान यह गाड़ी औसतन 80-85 प्रतिशत भरी सीट के साथ चली। अक्टूबर में इसके चलाने का आईआरसीटीसी का खर्च करीब तीन कारोड़ रुपए रहा। रेलवे की इस अनुषंगी कंपनी को इस अत्याधुनिक यात्री किराए से प्रतिदिन औसतन 17.50 लाख रुपए की आमदनी हुई जबकि 14 लाख रुपए खर्च करना पड़ा। तेजस एक्सप्रेस में भोजन, 25 लाख रुपए तक का मुफ्त यात्री बीमा और विलंब पर क्षतिपूर्ति जैसी सुविधाएं हैं।
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ट्रेन लेट होने पर लगा लाखों का चूना
तेजस एक्सप्रेस 19 अक्टूबर को पहली बार 3 घंटे से ज्यादा लेट हो गई थी। दिल्ली-लखनऊ तेजस एक्सप्रेस के लेट होने से आईआरसीटीसी को लाखों रुपए का चूना लग गया था। तेजस ट्रेन के लेट होने पर आईआरसीटीसी यात्रियों को 1.62 लाख रुपए का मुआवजा देना पड़ा। VIP सुविधाओं से लैस इस ट्रेन की शुरुआत के दौरान ही आईआरसीटीसी ने कहा था कि अगर ये ट्रेन एक घंटे से ज्यादा लेट हुई तो कंपनी की ओर से हर्जाना दिया जाएगा।


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Supreet Kaur

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