TCS का अमरीकी वीजा के लिए आवेदन रह गया एक-तिहाई

Monday, Jun 05, 2017 - 10:15 AM (IST)

नई दिल्लीः टाटा कन्सल्टैंसी सॢवसेज (टी.सी.एस.) ने 2015 के मुकाबले इस साल केवल एक-तिहाई एच-1बी कामकाजी वीजा के लिए आवेदन किया है। कंपनी अमरीका में अपने काम के लिए वहां के ही इंजीनियरिंग तथा बी-स्कूलों से अब अधिक नियुक्तियां कर रही है।

यह बात ऐसे समय सामने आई है जब भारतीय आई.टी. कंपनियों को अमरीका में कड़े वीजा नियमों से गुजरना पड़ रहा है। भारत के आई.टी. निर्यात में अमरीकी बाजार की हिस्सेदारी करीब 60 प्रतिशत है। टी.सी.एस. के कार्यकारी उपाध्यक्ष (ई.वी.पी.) (मानव संसाधन) अजय मुखर्जी ने कंपनी की सालाना रिपोर्ट में कहा है कि हमने पिछले 1-2 साल में स्थानीय रूप से नियुक्ति में उल्लेखनीय वृद्धि की है।

उन्होंने कहा कि टी.सी.एस. अमरीका में शीर्ष बी-स्कूल से सैंकड़ों इंजीनियर परिसर और एम.बी.ए. स्नातकों को नियुक्त कर रही है। इससे हमें कामकाजी वीजा में कमी लाने में मदद मिली है। हमने 2016 और इस साल 2015 के मुकाबले केवल एक-तिहाई वीजा के लिए आवेदन किया है।

सिंगापुर और आस्ट्रेलिया जैसे बाजारों में संरक्षणवाद बढ़ने से कंपनियों ने वीजा पर निर्भरता कम करने के लिए अपने कारोबार माडल में बदलाव लाना शुरू किया है तथा स्थानीय तौर पर नियुक्तियां कर रही हैं। अमरीका में डोनाल्ड ट्रम्प सरकार आऊटसोर्सिंग कंपनियों की आलोचक है, इससे निपटने के लिए भी कंपनियां स्थानीय तौर पर नियुक्ति कर रही हैं।

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