टैक्स चोरी करने वालों की अब खैर नहीं, चोरों को पकड़ने के लिए आयकर विभाग ने किया यह इंतजाम

Tuesday, Jul 21, 2020 - 06:19 PM (IST)

नई दिल्लीः इनकम टैक्स की चोरी करने वाले कारोबारियों की अब खैर नहीं है। आयकर विभाग ने ऐसे लोगों को पकड़ने के लिए पुख्ता इंतजाम किया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) और केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं कस्टम बोर्ड (CBIC) ने आज इस बारे में एक MOU पर हस्ताक्षर किए। इसके तहत अब दोनों बोर्ड अब आंकड़ों को नियमित रूप से एक-दूसरे से शेयर करेंगे। इसका फायदा यह होगा कि जो कारोबारी भारी भरकम कारोबार करते हैं और उस हिसाब से इनकम टैक्स नहीं भरते हैं, वे अब पकड़े जाएंगे।

नियमित आधार पर डाटा व जानकारी साझा की जाएगी
यह एमओयू सीबीडीटी और सेंट्रल बोर्ड एंड एक्साइज (सीबीईसी) के बीच 2015 में हुए एमओयू की जगह लेगा। 2015 के एमओयू के बाद से देश की कर व्यवस्था में कई अहम बदलाव हुए हैं। इसमें जीएसटी, जीएसटीएन और सीबीईसी के नाम में बदलाव शामिल हैं। यही वजह है कि नए एमओयू की जरूरत महसूस की जा रही थी। नए एमओयू में तकनीक में बदलाव के साथ-साथ सभी बदली परिस्थितियों को समाहित किया गया है।

एकदूसरे से मांग सकते हैं डाटाबेस में मौजूद जानकारी
एमओयू के तहत दोनों बोर्ड एकदूसरे के डाटाबेस में उपलब्‍ध जानकारी भी मांग सकते हैं। हस्ताक्षर होने के साथ ही यह एमओयू लागू हो गया है। बता दें कि सीबीडीटी और सीबीआईसी पहले से ही एकदूसरे की मदद करते रहे हैं। दोनों संस्थाओं के बीच बेहतर तालमेल और समन्वय के लिए बनाया गया डाटा एक्सचेंज स्टीयरिंग ग्रुप नियमित रूप से बैठक कर डाटा एक्सचेंज के स्टेटस की समीक्षा करेगा। अधिकारियों ने उम्मीद जताई कि यह एमओयू सीबीडीटी और सीबीआईसी के बीच समन्वय और तालमेल की नई शुरुआत करेगा। सीबीडीटी के अध्यक्ष प्रमोद चंद्र मोदी और सीबीआईसी के अध्यक्ष एम. अजीत कुमार ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।

jyoti choudhary

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