टाटा मोटर्स की जगुआर भारत की ओर रुख करेगी

Monday, Jun 04, 2018 - 05:30 PM (IST)

नई दिल्लीः टाटा मोटर्स की लग्जरी कार जगुआर लैंड रोवर भारत की ओर रुख कर रही है। टाटा मोटर्स की तरफ से बढ़ रही नकदी की मांग से भविष्य की निवेश की जरूरतों के लिए धन जुटाने के लिए जगुआर की योग्यता खतरे में पड़ सकती है। यूनिट का लाभकारी क्षमता जाम हो गई है और अब इसकी आशा चीन पर केंद्रित है। टाटा के सभी बड़े ट्रक भारत की सड़कों पर दौड़ते हैं लेकिन टाटा मोटर लि. के लग्जरी कारों पर भारतीयों की सवारी अभी दूर है क्योंकि ये उपमहाद्वीप की सड़कों के लिए नहीं बनीं। मीडियम और हैवी ड्यूटी कर्मिशियल वाहनों की भारत में बिक्री तेजी से बढ़ रही है।

परिवहन कंपनियों के फ्लीट अपग्रेट करने के मकसद से एक वर्ष की तुलना में मई में टाटा के वाहनों की बिक्री 60 फीसदी बढ़ी है। देश के सबसे बड़े ट्रक निर्माता टाटा मोटर्स के लिए यह अच्छी खबर है। कंपनी ने 31 मार्च को खत्म हुए वित्तीय वर्ष अपने स्थानीय कारोबार में कुल नुकसान कम किया है। पहले कंपनी को काफी नुकसान हुआ था। कंपनी के सी.ई.ओ. गुंटर बुचेक ने इसके संबंध में कहा था कि एक वर्ष पूर्व से स्थिति संकट में है। निवेशकों ने कंपनी में निवेश किया, टाटा मोटर का स्टॉक मुंबई में नतीजे घोषित करने के बाद 7 फीसदी कम हुए। इस संबंध में सावधानियां बरती गई। 

टाटा मोटर्स की भारत में अपने कारोबार को बढ़ावा देने के पीछे प्रयास बहुत अच्छे ढंग से किए गए। जब ऑटो निर्माता कंपनी ने ट्रकों की खरीद के लिए अपने उपभोक्ताओं का वित्तीय मदद देनी शुरू की थी जिससे ऋण बुक के 25 फीसदी के बराबर इसकी गैर निष्पादित संपत्तियां (एनपीए) समाप्त हुई। टाटा मोटर्स फाइनेंस लि. फिर अपने उत्पाद मोड़ में लौट आई। पिछले साल ऋण वितरण 66 फीसदी बढ़ा और इसका कॉरपोरेट ऋण दोगुना हो गया।  

ब्रिटीश ऑटो निर्माता वह सब कुछ कर रहा है जो अन्य कार निर्माता कंपनियां इससे बच रही हैं। अन्य कंपनियां जैसे टोयोटा मोटर्स कॉरपोरेशन लागत कम करने के मूड में है या फिर जनरल मोटर्स कंपनी सॉफ्टबैंक का रुख कर निवेशकों की ओर झुक रहा है।  

jyoti choudhary

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